कोरोना ने बढ़ा दिया है महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा, जानें कैसे रखें दिल को हेल्दी
कोरोना से हार्ट अटैक का खतरा पुरुषों की तुलना में महिलाओं को 9 गुना ज्यादा बढ़ गया है। हार्ट अटैक के बढ़ते मामले के बीच महिलाओं को खुद की अधिक देखभाल करने की जरूरत है।
कोरोना ने हर किसी को किसी ना किसी तरह से प्रभावित किया है और अब भी कर रहा है। दुनियाभर के डॉक्टर, एक्सपर्ट्स इसे कंट्रोल करने के लिए जी-जान से मेहनत कर रहे हैं। लेकिन कोरोना की दूसरी महामारी का असर सबसे ज्यादा महिलाओं पर पड़ा है। कोविड के कारण महिलाओं दिल की रोगी हो गई है। कई मामले ऐसे सामने आया है जिसमें महिलाएं पोस्ट कोविड रिकवरी में भी हार्ट संबंधी बीमारियों की शिकार हो रही हैं।
आमतौर पर दिल संबंधी बीमारियां महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को ज्यादा होती है। जिसके कारण महिलाएं किसी तरह की जांच आदि नहीं करता ही। लेकिन यह भी सच है कि कोरोना से हार्ट अटैक का खतरा पुरुषों की तुलना में महिलाओं को 9 गुना ज्यादा बढ़ गया है। हार्ट अटैक के बढ़ते मामले के बीच महिलाओं को खुद की अधिक देखभाल करने की जरूरत है।
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हर महिला को अपने ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, वजन, कोलेस्ट्रॉल लेवल का खास ख्याल रखने के साथ-साथ दिल को भी हेल्दी रखना है। इसलिए जरूरी है कि वह अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें। इसके साथ ही प्राणायाम और घरेलू नुस्खों के द्वारा हार्ट को हेल्दी रखें।
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भस्त्रिका प्राणायाम
इस प्राणायाम को 3 तरह से किया जाता है। पहले में 5 सेकंड में सांस ले और 5 सेकंड में सांस छोड़े। दूसरे में ढाई सेकंड सांस लें और ढाई सेकंड में छोड़ें। तीसरा तेजी के साथ सांस लें और छोड़े। इस प्राणायाम को लगातार 5 मिनट करें। इस प्राणायाम को रोजाना करने से हाइपरटेंशन, अस्थमा, हार्ट संबंधी बीमारी, टीवी, ट्यूमर, बीपी, लिवर सिरोसिस, साइनस, किसी भी तरह की एनर्जी और फेफड़ों के लिए अच्छा माना जाता है।
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अनुलोम विलोम
सबसे पहले आराम से बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें। ध्यान रहे कि इस मुद्रा में आपकी रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी होनी चाहिए।अब बाएं हाथ की हथेली को ज्ञान की मुद्रा में बाएं घुटने पर रखें। इसके बाद दाएं हाथ की अनामिका यानि कि हाथ की सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नथुना पर रखें। अब अंगूठे को दाएं वाले नथुना पर लगा लें। इसके बाद तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नथुना से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। फौरन ही दाएं नथुना से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। अब दाएं नथुना से सांस भरें और अंगूठे से उसे बंद कर दें। इस सांस को बाएं नथुना से बाहर निकाल दें। अनुलोम विलोम का यह पूरा एक राउंड हुआ। इसी तरह के कम से कम 5 बार ऐसा करें।
भ्रामरी प्राणायाम
इस प्राणायाम को करने के लिए पहले सुखासन या पद्मासन की अवस्था में बैठ जाएं। अब अंदर गहरी सांस भरते हैं। सांस भरकर पहले अपनी अंगूलियों को ललाट में रखते हैं। जिसमें 3 अंगुलियों से आंखों को बंद करते हैं। अंगूठे से कान को बंद कते हैं। मुंह को बंदकर 'ऊं' का नाद करते हैं। इस प्राणायाम को 3-21 बार किया जा सकता है। इस आसन को करने से तनाव से मुक्ति के साथ मन शांत रहेगा।
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कपालभाति प्राणायाम
कपालभाति को करने के लिए सबसे पहले सुखासन में बैठ जाएं और आंखें बंद कर लें। अब दोनों नथुना से गहरी सांस भीतर की ओर लें। अब सांस को बाहर की तरफ छोड़ दें। इस बात का ध्यान रहे कि सांस को बल पूर्वक बाहर निकालना है और आराम से भीतर लेना है। इस तरह से कम से कम 20 बार ऐसा करें।
इस आसन को हाइपरटेंशन, अस्थमा, खून की कमी, बीपी, हार्ट के ब्लॉकेज वाले लोग 2 सेकंड में एक स्ट्रोक करें। बीपी, थायराइड, सोराइसिस, कैंसर, हार्ट समस्या से ग्रसित लोग धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर कम से कम 1-1 घंटा करें।
नाड़ी शुद्धि प्राणायाम
यह प्राणाायाम भी अनुलोम -विलोम की तरह होता है। लेकिन इसमें सांस को थोड़ी रोककर रख सकते हैं। इसके बाद दाएं नाक से हवा बाहर निकालें और बाएं नाक से हवा अंदर भरें। इससे शरीर के अंदर अधिक मात्रा में ऑक्सीजन अंदर जाती है।
दिल को हेल्दी रखने के साथ हार्ट अटैक से बचना चाहते हैं तो अर्जुन की छाल और दालचीनी का काढ़ा पिएं।
हद्याअमृत दिल को हेल्दी रखने के लिए काफी कारगर है।
लौकी का जूस रोजाना पिएं। रोजाना 100-200 एमएस जूस पिएं। इससे आपके हार्ट के साथ-साथ लंग्स, किडनी, लिवर आदि भी हेल्दी रहेंगे।