हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकते हैं स्वामी रामदेव के ये टिप्स, आज से अपनाएं और रहें चुस्त दुरुस्त
सर्दियां बढ़ने के साथ लोगों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में बाबा रामदेव के ये टिप्स आपको सेहतमंद रखने में मदद कर सकते हैं।
घना कोहरा, भीषण ठंड कुछ ऐसा है आजकल नॉर्थ इंडिया का मौसम। सर्दी के इस बढते सितम में सेहत का ख्याल कैसे रखें ये हम आपको हर रोज़ बता रहे हैं और आज के शो की शुरुआत भी एक छोटी सी टिप के साथ करते हैं जिसे अपनाकर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है। तो ध्यान से सुनिए, जब भी आप रात में या सुबह में रज़ाई-कंबल से निकले तो एकदम से ना उठें क्योंकि ठंड के मौसम में ब्लड गाढ़ा हो जाता है और एकदम से उठने पर कई बार खून की सप्लाई हार्ट-ब्रेन तक नहीं हो पाती और नतीजा अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचने के लिए, सो कर उठते ही अचानक से बिस्तर न छोड़ें
इसलिए कभी भी बिस्तर छोड़े तो सबसे पहले बैठ जाए 20-30 सेकंड बैठने के बाद करीब 1 मिनट के लिए अपने पैर नीचे लटकाएं और फिर जैकेट या स्वेटर पहनकर उठे, इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रॉपर रहेगा। इन फॉर्मूले को नोट कर लीजिए और अपने दोस्तो,रिश्तेदारों को भी बताइए ताकि सर्दी में किसी का भी दिल धोखा ना दे। ये छोटे छोटे हेल्थ टिप्स बड़ी अनहोनी टाल देते हैं वरना जानकारी ना होने पर कई बार खामियाज़ा जान गवांकर भुगतना पड़ता है या फिर ऐसा रोग मिल जाता है जो उम्रभर की सज़ा बन जाता है। बिल्कुल ठीक, अब पैरों में होने वाले दर्द को ही ले लीजिए। कई बार लोग इसे मामूली समझते हैं या थकान का असर मानकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
देखिए दिन भर की भागदौड़ के बाद थकान लाजमी है लेकिन, पैरों में दर्द अगर लगातार बना रहे। एड़ियों में सूजन से चलना-फिरना मुश्किल हो जाए तो बिल्कुल भी लापरवाही ना बरते क्योंकि ये शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने का सिग्नल हो सकता हैं। वैसे भी सर्दियों में तो हाई प्रोटीन डाइट और कम पानी पीने से यूरिक एसिड हाई होने का खतरा और बढ़ जाता है जो कंट्रोल ना हो तो किडनी डैमेज तक हो सकती है।
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बढ़ रही है यूरिक एसिड की समस्या
क्योंकि यूरिक एसिड को किडनी ही फिल्टर करके बॉडी से बाहर निकालती है। लेकिन जब किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर नहीं कर पाती तो, किडनी में स्टोन के साथ उसके फेल होने का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं हाई यूरिक एसिड से शुगर-आर्थराइटिस का खतरा भी बढ़ जाता हैशरीर में जमा हुए प्रोटीन के छोटे छोटे क्रिस्टल हार्ट अटैक औऱ स्ट्रोक की वजह तक बन सकते है। योग करने वालों को ऐसे किसी भी खतरे से डरने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि योग करके ना सिर्फ यूरिक एसिड कंट्रोल होगा बल्कि, हार्ट-किडनी भी हेल्दी रहेंगे।
यूरिक एसिड लेवल
महिला 2.4 से 6.0mg/dL
पुरुष 3.4 से 7.0mg/dL
इस लेवल से ज़्यादा होने पर खतरा
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सेब का सिरका
लौकी का जूस
हरी सब्जी
अजवाइन
अलसी