Cholesterol: कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना एक गंभीर समस्या है। जब कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता है, तो धमनियों में प्लाक बनने लगता है। इस वजह से दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा होने की संभावना ज़्यादा बढ़ जाता है। शरीर जब किसी बीमारी की चपेट में आता है तो अलग-अलग अंगों पर उसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। बिलकुल इसी तरह शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने पर अलग-अलग लक्षण व संकेत नजर आने लगते हैं। जिसके बारे में अगर पता हो तो आप इस गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बच सकते हैं। जानिए वे कौन से लक्षण हैं जिनसे आपको सचेत रहने की जरूरत है और उन्हें पहचान कर आप अपनी सेहत का बेहतरीन ख्याल रख सकते हैं।
Image Source : india tvCholesterol
सीने में होता है दर्द
अगर आपके सीने में ज़्यादा दर्द हो रहा है तो ये कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत है। जब बॉडी में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है, तो सीने में दर्द होता है। इस स्थिति में दर्द कुछ समय का दिनों के लिए हो सकता है। कई बार यह दर्द हार्ट अटैक का कारण बन जाता है।
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पैरों में होता है दर्द
शरीर में कॉलेस्ट्रोल की मात्रा बढ़ने पर पैरों में हल्कापैन और नंबनेस महसूस होने लगता है। यानी पैर सुन्न पड़ जाते हैं उनमें कोई हलचल महसूस नहीं होती। पैर बेहद ठंडे हो जाते हैं और उनमें झुनझुनी महसूस होती है।कोलेस्ट्रल बढ़ने पर पैरों में तेज दर्द होने लगता है। दरअसल, इस दौरान पैरों की नसों में सही तरह से रक्त संचार नहीं होता है ना ही ऑक्सीजन ठीक तरह से पहुंच पाता है। ऐसे में पैरों में हमेशा दर्द बना रहता है।
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नाखून हो जाते हैं पीले
कोलेस्ट्रॉल का असर नाखूनों में भी नजर आने लगता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से नसें दब जाती हैं। जिससे शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक खून कम पहुंचता है। और इसका सीधा असर नाख़ून पर पड़ता है, इस वजह से नाख़ून पीले होने लगते हैं और उनमें पतले और गहरे ब्राउन रंग की लकीरें भी नजर आने लगती हैं।
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पसीना ज़्यादा आता है
जरूरत से ज्यादा पसीना आना हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षणों में से एक है। साथ ही ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने पर अधिक पसीना आता है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच करवाना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल न बढ़े इसलिए रखें इन बातों का ध्यान
- कोलेस्ट्रॉल न बढ़े इसलिए धूम्रपान की आदत छोड़ दें। यह दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाता है।
- उन चीजों का सेवन करें जिससे प्राकृतिक रूप से फैट की मात्रा कम हो।
- सैचुरेटेड फैट की अत्यधिक मात्रा वाले फूड से परहेज करें।
- रोजाना एक्सरसाइज करना भी सेहत के लिए अच्छा है
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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