क्या मच्छर और अखबार से फैलता है कोरोना वायरस?, जानें स्वास्थ्य मंत्रालय से सच्चाई
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर फैली अफवाहों और गलत सूचनाओं को दूर किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोरोना वायरस फैलने के बाद फैले कुछ मिथकों को दूर करते इनका जवाब दिया है। आपको यह मिथक सोशल मीडिया कें माध्यम से बहुत अधिक मिलते होगे। जानें आखिर करोनो वायरस को लेकर कौन-कौन सी बाते हैं अफवाह। मंत्रालय के मुताबिक, "यहां तक ऐसे लोग भी कोविड-19 संक्रमण फैला सकते हैं जो इससे संक्रमित हैं लेकिन उनमें बीमारी के कोई भी लक्षण नहीं हैं।
मच्छर काटने से फैलता है कोरोना वायरस का संक्रण
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मच्छर काटने से बिल्कुल भी संक्रमण नहीं फैलता है।
क्या हर किसी को मास्क पहनना चाहिए?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि अगर किसी को लगता है कि खुद को वायरस से बचाने के लिए मास्क पहनना चाहिए तो यह भी गलत है। मंत्रालय के मुताबिक ऐसे लोगों को मास्क पहनना चाहिए जिनमें बुखार, खांसी और जुकाम जैसे लक्षण हैं या वे स्वास्थ्य कर्मी हैं या आइसोलेशन में रखे गए लोगों की देखभाल करने का काम कर रहे हैं।
शराब का सेवन और लहसुन खाने से इस महामारी को रोका जा सकता है।
कोविड-19 को शराब पीने या लहसुन खाने से नहीं रोका जा सकता है।
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अखबारों से भी कोरोना वायरस फैलता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय से बताया कि अखबारों के जरिए कोरोना वायरस नहीं फैलता। मॉर्डन प्रिंटिंग तकनीक पूरी तरह ऑटोमेटेड है। व्यावसायिक सामान के दूषित होने की संभावना कम है। इसमें हाथों का इस्तेमाल नहीं होता। अखबार बांटने वाली हॉकर सप्लाई चेन पूरी तरह सैनिटाइज्ड होती है।
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि उन्हें खुद कोरोना वायरस की निगरानी करने और इस बारे में हेल्पलाइन नंबर पर अवगत कराने के लिए कहा जाएगा। उनसे सभी ऐहतियाती उपाए अपनाने के लिए कहा जाएगा जैसे कि लोगों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें और लगातार अपने हाथों को धोते रहें।