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कोरोना के बाद चीन में फैला ब्यूबोनिक प्लेग, जानिए इस जानलेवा बीमारी के बारे में सबकुछ

7 जुलाई को चीन में इनर मंगोलिया में ब्यूबोनिक प्लेग नामक बीमारी का एक 2 नए मामला सामने आए। जानिए इस बीमारी के बारे में सबकुछ।

 कोरोना के बाद चीन में फैला ब्यूबोनिक प्लेग, जानिए इस जानलेवा बीमारी के बारे में सबकुछ- India TV Hindi Image Source : INSTAGRAM/EARTHORG  कोरोना के बाद चीन में फैला ब्यूबोनिक प्लेग, जानिए इस जानलेवा बीमारी के बारे में सबकुछ

चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस के कहर से अभी पूरा दुनिया बाहर निकल पा रही हैं कि चीन से एक और नई बीमारी फैल रही है। जिसके कारण पूरी दुनिया में हड़कंप बच गई है।  7 जुलाई को चीन में इनर मंगोलिया में ब्यूबोनिक प्लेग नामक बीमारी का दो नए मामला सामने आए। इसके बाद पूरे चीन में थर्ड लेवल का अलर्ट जारी कर दिया गया है।

चीन में प्लेग का मामला सामने आने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रवक्ता मार्गेट हेरिस ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया, 'इस रोग से घबराने की जरुरत नहीं है क्योंकि चीन पहले ही इस बीमारी को लेकर काफी अच्छे कदम उठा चुका है। चीन और मंगोलिया प्रशासन के साथ मिलकर प्लेग से पर हम पूरी नजर रखे हुए है।

क्या है ब्यूबोनिक प्लेग?

ब्यूबोनिक प्लेग एक बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है।  जो येरसीनिया पेस्टिस नाम के बैक्टीरिया से फैलता है। यह बैक्टीरिया चूहे के शरीर में चिपके परजीवी पिस्सू में पाया जाता है। अगर संक्रमण बढ़ जाए तो व्यक्ति की मौत तक हो सकती है। प्लेग रोग इसका मुख्य कारण माना जाता है जोकि चूहों के माध्यम फैलता है। 

प्लेग के प्रकार

आमतौर पर ये 2 तरह के होते हैं।

1- ब्यूबोनिक प्लेग

जब इसके संक्रमण शरीर में होता है तो लिम्फ ग्रंथियों में सूजन आ जाती है बुखार, थकान, सिरदर्द की समस्या देखने को मिलती है। चीन में इसी प्रकार का प्लेग का मामला सामने आया है।

2- न्यूमोनिक प्लेग
इस प्लेग के मामले काफी कम देखने को मिलते हैं। इस प्लेग में निमोनिया, सांस लेने में समस्या, कमजोरी तेजी से होने लगती है।

दुनिया में पहले भी चीन फैला चुका है ये बीमारी

  •  डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, 2010 से 2015 के बीच दुनियाभर में प्लेग के 3,248 मामले सामने आए और 584 मौते हुईं। 
  • 14वीं सदी में एशिया से यूरोपीय देशों में काफी फैला था। 
  • 19वीं सदी में चीन के यून्नान प्रांत से दुनियाभर में ये बीमाी फैली थी। 
  • भारत की बात करें 1994 में गुजरात के  सूरत में बड़ी संख्या में लोग प्लेग के शिकार हुए थे। इस बीमारी के कारण हजार लोगों ने अपनी जान गवाई थी। 

​कैसे फैलता है ब्यूबोनिक प्लेग

 सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार, चूहों और गिलहरी या मैमल्स के शरीर में प्लेग मौजूद रहता है। जब यह मानव के संपर्क में आता है तो वह आसानी से इस बीमारी के शिकार हो जाते हैं। ब्यूबोनिक प्लेग एक बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण होता है जोकि जीवाणु के संक्रमित होने के कारण होती है। 

यह येरसीनिया पेस्टिस बैक्टीरिया शरीर में लिम्फेटिक सिस्टम में रहता है जहां पर वह अपनी संख्या बढ़ाता है। जिसके कारम लिम्फ नोड में सूजन के साथ दर्द भी होता है, इस स्थिति को ब्यूबो कहते हैं।

एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ड्रॉपलेट्स के जरिए तभी फैलता है जब न्यूमोनिक प्लेग होता है

ब्यूबोनिक प्लेग के लक्षण

  • प्लेग से संक्रमित व्यक्ति को अधिक सिरदर्द की समस्या हो सकती है
  • बुखार
  • अधिक ठंड लगना
  • पेट में दर्द
  • शरीर में कई जगहों पर अधिक सूजन आ जाना। 
  • अधिक कमजोरी महसूस होना। 

ब्यूबोनिक प्लेग का इलाज

जो व्यक्ति ब्यूबोनिक प्लेग से पीड़ित व्यक्ति का तुरंत इलाज किया जाना चाहिए। अगर इस बीमारी को नजरअंदाज किया तो आपकी मौंत तक हो सकती है। इस बीमारी के होने पर डॉक्टर सलाह देते हैं कि लोगों से दूरी बना लें जिससे कि यह दूसरे को न फैले। 

ब्यूबोनिक प्लेग के ट्रीटमेंट के लिए विशेष देखभाल के साथ प्रीवेंटिव एंटीबायोटिक थेरेपी भी दी जाती है।  

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