Bhai Dooj: भाई-बहन की फिटनेस के यौगिक टिप्स, स्वामी रामदेव से जानिए परफेक्ट हेल्थ का गिफ्ट
भाई-बहन के इस प्यारे पर्व पर, बात सिर्फ भाइयों की सेहत की नहीं होनी चाहिए। सही मायने में आज के दिन बहनों को निरोग बनाने का वचन लेना भी जरूरी है।
इन दिनों त्योहारों का मौसम चल रहा है। पहले धनतेरस.. फिर दिवाली, गोवर्धन पूजा और आज है भाई दूज का शुभ दिन। ये दिन वाकई खास है। भले ही भाई-बहन की प्यारी नोक-झोंक पूरे साल चलती रहे, लेकिन आज के दिन भाई-बहन के रिश्ते के लिए खास है। बहनें अपने भाई की लंबी उम्र, अच्छी सेहत की दुआ के साथ उनके माथे पर तिलक करती हैं। यही तो हमारे भारतीय संस्कृति की खासियत है। हर रिश्ते, हर नाते को सेलिब्रेट किया जाता है।
भाई-बहन के इस प्यारे पर्व पर, बात सिर्फ भाइयों की सेहत की नहीं होनी चाहिए। सही मायने में आज के दिन बहनों को निरोग बनाने का वचन लेना भी जरूरी है। भाई दूज के मौके पर, भाई भी बहन से वादा करें कि वो एक-दूसरे की सेहत का ख्याल रखेंगे। ये समझना होगा कि सेहत से बढ़कर कुछ भी नहीं है।
इसके लिए कोई पहाड़ तोड़ने जैसी मेहनत भी नहीं करनी है। बस लाइफ स्टाइल सुधारना है। रोजाना वर्क आउट और खान-पान में सुधार करना। तो इसके लिए आज से बेहतर कोई और दिन हो भी नहीं सकता। वैसे भी सर्दियां शुरू हो रही हैं तो सेहत का ख्याल रखना शुरु करें, जिससे ना सिर्फ उम्र लंबी होगी, बल्कि तमाम बीमारियां भी दूर रहेंगी। तभी तो भाई-दूज के इस मौके पर स्वामी रामदेव ने आज ऐसे यौगिक उपाय बताए हैं, जो आपको हेल्दी रखेंगे।
लाइफस्टाइल की बीमारियां
- बीपी-शुगर
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- ओबेसिटी
- थायरॉइड
- लंग्स प्रॉब्लम
- इनसोम्निया
- डेफिशियेंसी
लाइफस्टाइल डिजीज से कैसे बचें?
- रेगुलर वर्कआउट
- वजन कंट्रोल
- सही डाइट
- 8 घंटे की नींद
- कम स्ट्रेस-टेंशन
डायबिटीज की वजह
- तनाव
- जंकफूड
- पानी कम पीना
- समय पर ना खाना
- मोटापा
- समय पर ना सोना
- वर्कआउट ना करना
- जेनेटिक
दूर करें बीपी प्रॉब्लम
- खूब पानी पिएं
- स्ट्रेस-तनाव कम लें
- खाना समय से खाएं
- जंक फूड से बचें
- 6-8 घंटे की नींद लें
- फास्टिंग ना करें
खाने में इन चीजों को करें शामिल, बीपी रहेगा नॉर्मल
- खजूर
- दालचीनी
- किशमिश
- गाजर
- अदरक
- टमाटर
बीपी कंट्रोल करने के लिए
- लौकी के जूस में 7-7 पत्ते तुलसी-पुदीना के डालें।
- लौकी के जूस में दोनों को मिलाकर पिएं।
हार्ट को बनाएं हेल्दी
लौकी कल्प- लौकी का सूप, लौकी की सब्जी, लौकी का जूस
हार्ट के लिए सुपरफूड
- अलसी
- दालचीनी
- हल्दी
- लहसुन
किडनी रहेगी हेल्दी
- वर्कआउट करें
- वजन कंट्रोल करें
- स्मोकिंग ना करें
- खूब पानी पिएं
- जंकफूड से बचें
- ज्यादा पेनकिलर ना लें
किडनी डिजीज कंट्रोल करें
- नमक
- चीनी
- प्रोटीन
कंट्रोल होगा थायराइड
- वर्कआउट जरूर करें।
- सुबह एप्पल विनेगर पिएं।
- रात में हल्दी दूध लें।
- कुछ देर धूप में बैठें।
- नारियल तेल में खाना बनाएं।
- 7 घंटे की नींद जरूर लें।
थायराइड में क्या खाएं?
- अलसी
- नारियल
- मुलेठी
बीमारी कंट्रोल करने के लिए
- रोजाना अंकुरित मेथी खाएं।
- तुलसी से होगी शुगर कंट्रोल।
- दालचीनी से डायबिटीज कंट्रोल।
अच्छी सेहत के लिए
- मल्टीग्रेन दलिया डायजेशन के लिए बहुत अच्छा।
- सर्दी में लौकी, गाजर का जूस पिएं।
- ज्यादा फैट वाले खाने से दूर रहें।
- डाइट में दूध या दही-छाछ शामिल करें।
- रात का भोजन 7 बजे से पहले करें।
सेहत के लिए योग
- सूक्ष्म व्यायाम
- यौगिक जॉगिंग
- ताड़ासन
- पादहस्तासन
- वृक्षासन
- सूर्य नमस्कार
- उष्ट्रासन
- भुजंगासन
- मर्कटासन
- पवनमुक्तासन
डायबिटीज को दूर करता है।
पेट और दिल के लिए भी लाभकारी।
पाचन तंत्र सही होता है।
लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है।
कब्ज की समस्या दूर होती है।
गैस से छुटकारा मिलता है।
पाचन की परेशानी दूर होती है।
किडनी को स्वस्थ बनाता है।
मोटापा दूर करने में सहायक।
शरीर का पोश्चर सुधरता है।
पाचन प्रणाली ठीक होती है।
टखने के दर्द को दूर भगाता है।
किडनी को स्वस्थ बनाता है।
लिवर से जुड़ी दिक्कत दूर होती है।
तनाव, चिंता और डिप्रेशन दूर करता है।
कमर का निचला हिस्सा मजबूत होता है।
फेफड़ों, कंधों, सीने को स्ट्रेच करता है।
रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
छाती चौड़ी होती है।
फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
पीठ-हाथ को मजबूत बनाता है।
रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है।
शरीर को लचकदार बनाता है।
सीने को चौड़ा करने में सहायक।
शरीर के पॉश्चर को सुधारता है।
रोज करें प्राणायाम
- अनुलोम-विलोम
- कपालभाति
- भस्त्रिका
- भ्रामरी
- उज्जायी
- उद्गीथ
- शीतली
- शीतकारी
लंग्स क्लियर करता है।
तनाव दूर होता है।
वजन घटाने के लिए बहुत कारगर।
दिल को स्वस्थ रखने में सहायक।
अस्थमा के रोग को दूर करता है।
दिल को स्वस्थ रखने में सहायक है।
स्ट्रेस दूर होता है।
पेट के लिए बेहद कारगर प्राणायाम।
सांस लेने में आसानी होती है।
नर्व मजबूत बनते हैं।
शरीर के ब्लड फ्लो में सुधार होता है।
दिमाग को शांत करता है।
दिल के रोगों में फायदेमंद।
ध्यान लगाने की क्षमता बढ़ती है।
शरीर में गर्माहट आती है।
नर्वस सिस्टम को ठीक रखता है।
दिल को सेहतमंद रखता है।
तनाव और चिंता दूर होती है।
वजन घटाने में मदद करता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी फिटनेस व्यवस्था या चिकित्सकीय सलाह शुरू करने से पहले कृपया डॉक्टर से सलाह लें।