अगर आपके किचन में भी हैं ये फूड्स तो दिल की सेहत रहेगी हमेशा दुरुस्त, नसों में भरे गंदे कोलेस्ट्रॉल की भी हो जाएगी छुट्टी
अगर आप स्वस्थ जीवनशैली के साथ-साथ इन खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करते हैं, तो आपका दिल हमेशा हेल्दी और स्वस्थ रहेगा।
इन दिनों दिल से जुड़ी बीमारियों के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। अब कम उम्र में ही लोग हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में अपने दिल को हेल्दी और सेहतमंद बनाने के लिए आप अपनी डाइट में इन कुछ फूड्स को शामिल करें। इन फूड्स के सेवन से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। बैड कोलेस्ट्रॉल कम होने से दिल स्वस्थ रहता है और ब्लड प्रेशर का स्तर भी मेंटेन रहता है। ये फूड्स एचडीएल को बेहतर बनाते हैंऔर एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करते हैं जिससे दिल के दौरे और अन्य हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है।
अपनी डाइट में इन फूड्स को करें शामिल:
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लहसुन: लहसुन एक एंटी-एजिंग मसाला है। आयुर्वेद के अनुसार, यह आपकी दिल की सेहत के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है और रक्त वाहिकाओं के अंदर बैड कोलेस्ट्रॉल के जमाव को कम करता है। हृदय स्वास्थ्य के लिए 8-12 सप्ताह तक खाली पेट या भोजन से पहले आधा/1 कच्चा लहसुन खा सकते हैं।
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अनार भी है फायदेमंद: आयुर्वेद के अनुसार अनार हृदय स्वास्थ्य के लिए सबसे बेहतरीन फलों में से एक है। इसके सेवन से ट्राइग्लिसराइड्स और एलडीएल का स्तर काफी कम हो जाता है जबकि एचडीएल का स्तर काफी बढ़ जाता है। आप नाश्ते के रूप में रोजाना 1 अनार या सप्ताह में 2-3 बार खा सकते हैं।
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ग्रीन टी: ग्रीन टी में कैटेचिन होते हैं और इसके एंटीऑक्सीडेंट यौगिक एलडीएल और बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। आप इसे सुबह 12 बजे से पहले पी सकते हैं। जो वजन घटाने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती हैं।
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दालचीनी: दालचीनी भी आपके दिल की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। इसके सेवन से सिर्फ मोटाप ही कम नहीं होता बल्कि यह डायबिटीज, ट्राइग्लिसराइड्स, एलडीएल और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करती है। आप सुबह के समय दालचीनी का पानी पी सकते हैं। इसके अलावा चाय और खाने में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
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अर्जुन छाल की चाय: यह आयुर्वेद में सभी जड़ी-बूटियों में सबसे बेहतरीन कार्डियो-टॉनिक है। इसकी शीतल प्रकृति, कसैला स्वाद और पचाने में आसान गुण हमें कफ और पित्त दोष को संतुलित करने में मदद करते हैं और इसका कटु विपाक रक्त को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। 100 मिली पानी और 100 मिली दूध लें, इसमें 5 ग्राम अर्जुन छाल का चूर्ण और एक चुटकी दालचीनी डालें और तब तक उबालें जब तक यह आधा न रह जाए। इसे छानकर सोते समय या सुबह/शाम भोजन से 1 घंटा पहले पी लें।