100 mg/dL से ऊपर रहता है आपका शुगर लेवल तो, दूध में मिलाकर लें जायफल
Nutmeg in diabetes: डायबिटीज में जायफल का सेवन कई प्रकार से फायदेमंद है। ये शुगर लेवल को बैलेंस करने में मदद कर सकता है। क्यों और कैसे, जानते हैं इसके लाभ सहित सेवन का तरीका।
Nutmeg in diabetes: डायबिटीज में शुगर लेवल 100 mg/dL से ऊपर रहता है तो आपको इसे कंट्रोल करने की कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि शुगर लेवल का बढ़ा रहना शरीर में कई लक्षणों को खराब कर सकता है। साथ ही लंबे समय तक ऐसा रहना आंख, किडनी और नसों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, कोशिश करे कि शुगर जैसे ही इस लेवल से ऊपर जाने लगे तुरंत इसे कंट्रोल करने की कोशिश शुरू करें। इसी कोशिश में जायफल मददगार (nutmeg in diabetes) हो सकता है। तो, जानते हैं डायबिटीज में शुगर बैलेंस करने का सबसे कारगर तरीका।
जायफल ब्लड शुगर को कैसे कम करता है?
डायबिटीज में जायफल की भूमिका होती है। यह पीपीएआर अल्फा और गामा रिसेप्टर्स से जुड़ता है। यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। इससे डायबिटीज से संबंधी जटिलताओं के विकसित होने का खतरा कम हो जाता है। इसके अलावा डायबिटीज के मरीजों में पाचन तंत्र बिगड़ा रहता है और पेनक्रियाज सही से काम नहीं कर पाते हैं।
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ऐसे में जायफल पेनक्रियाज की कोशिकाओं के काम काज को बेहतर बनाता है और इंसुलिन का प्रोडक्शन बढ़ाता गै। जायफल पाउडर भूख को बढ़ाकर पाचन गुणों को बढ़ाता है और इंसुलिन के कार्य में सुधार करता है। साथ में यह सामान्य ब्लड शुगर के स्तर को प्रबंधित करने में मदद करता है।
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डायबिटीज में कैसे करें जायफल का सेवन
डायबिटीज में जायफल का सेवन आप दूध में मिलाकर कर सकते हैं। आपको करना ये है कि दूध में जायफल कूटकर मिला लें और फिर एक उबाल ले लें। थोड़ी देर और पकने दें और फिर इसका सेवन करें। आपको इसे शाम के समय पीना है और बिलकुल गर्म दूध ही पिएं। लगातार कुछ हफ्तों तक ऐसा करन से आपको खुद ही अपने शुगर लेवल में फर्क नजर आएगा। तो, अगर आपको डायबिटीज है तो ये देसी उपचार अपना सकते हैं। ये शुगर के अलावा भी कब्ज और बवासीर जैसी बीमारियों में भी फायदेमंद है।