हाई बीपी के मरीज रोजाना बस 10 मिनट करें ये प्राणायाम, जानें सही तरीका और फायदे
हाई बीपी में भ्रामरी प्राणायाम: अगर आपको भी हाई बीपी की समस्या है तो इसमें ये प्राणायाम (bhramari pranayama for high bp) करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। क्यों और कैसे, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
हाई बीपी में भ्रामरी प्राणायाम: आजकल हाई बीपी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसका सबसे बड़ा कारण है लाइफस्टाइल से जुड़ी कमियां, स्ट्रेस और नींद की कमी। ऐसी स्थिति में भ्रामरी प्राणायाम करना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, हाई बीपी में दिल पर ब्लड को पंप करने में प्रेशर आ रहा होता है। इसकी एक वजह धमनियों का सकड़ा रास्ता हो सकता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत हो सकती है। ऐसे में इस प्रेशर के बढ़ने से बीपी बढ़ता है और दिल से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। इस स्थिति में भ्रामरी प्राणायाम (bhramari pranayama) करना बीपी को मैनेज करने में मदद कर सकता है। तो, जानते हैं इसका कारण और उपाय।
हाई बीपी में भ्रामरी प्राणायाम कैसे करें-Bhramari pranayama for high bp in hindi
-भ्रामरी प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले ध्याम मुद्रा में बैठ जाएं।
- फिर कनिष्का उंगली को मुंह के दोनों ओर,मध्यमा को आंखों पर, अनामिका को नाक पर, तर्जनी दोनों ओर की कनपटी पर और अंगूठे से अपने कानों को बंद कर लें।
-अब नाक से सांस लें। फिर सांस छोड़ते हुए मधुमक्खी के भिनभिनाने जैसी ध्वनि निकालें।
-फिर से गहरी सांस लें और थोड़ा ठहरकर सांस छोड़ें।
-इस प्रकिया को 5 से 7 बार दोहराएं।
इस दौरान आपको ध्यान ये देना है कि जो आवाज आप निकाल रहे हैं उस पर ध्यान केंद्रित करें। पीठ एकदम सीधी रखें और हम आती-जाती सांस पर ध्यान दें। कुछ देर आप खुद रिलैक्स फील करेंगे।
आपको क्यों रोज योग करना चाहिए और इनके क्या फायदे हैं? जानें स्वामी रामदेव से
हाई बीपी में भ्रामरी प्राणायाम के फायदे-Bhramari pranayama benefits for high bp
1. स्ट्रेस कम करने में मददगार
भ्रामरी प्राणायाम का खास फायदा ये है कि ये स्ट्रेस कम करने में मददगार है। ये आपके तन और मन को शांत करता है और आप रिलैक्स महसूस करते हैं। इससे शरीर में स्ट्रेस हार्मोन यानी कार्टिसोल लेवल कम होता है और बीपी मैनेज करने में मदद मिलती है।
2. धमनियों को रिलैक्स करता है
धमनियों को रिलैक्स करने में भी भ्रामरी प्राणायाम फायदेमंद है। इस करते समय जब हम पूरी तरह से सांस लेते हैं और सांस छोड़ते हैं तो ये धमनियों को पूरी तरह से खुलने का मौका देती है। इसकी वजह से होता ये है कि धमनियों की दीवारों को आराम मिलता है और दिल पर पड़ रहा प्रेशर कम होता है।
Pistachios: 1 दिन में कितने पिस्ता खाने चाहिए, जानिए इस टेस्टी ड्राईफ्रूट के फायदे
3. नींद को बेहतर बनाता है
जिन लोगों को नींद नहीं आती उनका बीपी बढ़ा हुआ रहता है। ऐसे लोगों के लिए भ्रामरी प्राणायाम करना बहुत फायदेमंद है। ये नींद के हार्मोन को बैलेंस करने के साथ नींद के हार्मोन को संतुलित करते हैं जिससे नींद सही से आती है और आप बेहतर महसूस करते हैं। तो, बस इन्हीं कारणों से हाई बीपी के मरीजों को भ्रामरी प्राणायाम करना चाहिए।