डिजिटली एक्टिव होने से लोगों में पीठ और कमर दर्द की समस्या बढ़ी, छुटकारा पाने के लिए बाबा रामदेव के इन उपायों को आज़माएं
AIIMS के मुताबिक तो आने वाले समय में मेंटल प्रॉब्लम के साथ स्पाइनल प्रॉब्लम भयानक रुप ले सकती है। बिल्कुल, अस्पतालों में हर दिन, गर्दन दर्द, पीठ दर्द और स्पाइन को कंट्रोल करने वाली मांसपेशियों में प्रॉब्लम के सैंकड़ों मामले आ रहे हैं।
'हर तरफ़ हर जगह बे-शुमार आदमी, फिर भी तन्हाइयों का शिकार आदमी' निदा फाजली ने जब इन लफ्जों को पिरोया होगा, तो सोचा भी नहीं होगा कि सिर्फ रोजीरोटी ही नहीं, टेक्नोलॉजी के फेर में भी आदमी इतना लाचार और तन्हा हो सकता है।बिल्कुल, स्मार्टफोन और टेक्नोलॉजी के एक्सेस डोज ने आदमी का ना सिर्फ सॉफ्टवेयर बल्कि हार्डबेयर भी बिगाड़कर रख दिया है। इसके बेजा इस्तेमाल से अकेलापन बढ़ता जा रहा है। एक ही घर में एक ही कमरे में साथ होकर भी लोग दूर हो गए हैं डिजिटल एडिक्शन की वजह से एंग्जायटी के शिकार हो रहे हैं। लोगों का खुद पर से कंट्रोल खत्म हो रहा है। गैजेट्स के यूज का गलत तरीका भी शरीर का हार्डवेयर डैमेज कर रहा है। हालात बेहद गंभीर है। AIIMS के मुताबिक तो आने वाले समय में मेंटल प्रॉब्लम के साथ स्पाइनल प्रॉब्लम भयानक रुप ले सकती है। बिल्कुल, अस्पतालों में हर दिन, गर्दन दर्द, पीठ दर्द और स्पाइन को कंट्रोल करने वाली मांसपेशियों में प्रॉब्लम के सैंकड़ों मामले आ रहे हैं।
आंखों में ड्राईनेस, रेडनेस और इर्रिटेशन की शिकायत दिनों-दिन बढ़ ही रहे हैं। देखिए, सच्चाई तो अब ये है कि चाहकर भी हम डिजिटल वर्ल्ड से दूरी नहीं बना सकते। लेकिन हां, कुछ उपायों को आजमाकर हम इसके साइड इफेक्ट को जरूर खत्म कर सकते हैं। जिसमें पहला है डिजिटल फास्टिंग ताकि शरीर का डिजिटल डिटॉक्सीफिकेशन हो सके और दूसरा है सही पॉश्चर की आदत। अब ये डिजिटल फास्टिंग कैसे करना है, ये भी समझा दीजिए। क्योंकि अब तक तो हमने इंटरमिटेंट फास्टिंग, अलटरनेट डे फास्टिंग, व्रत-त्योहार और रमजान के दौरान फास्टिंग सुना था। इसमें डिजिटल डिवाइस के इस्तेमाल को कम करना होता है इसके लिए नोटिफिकेशन बंद रखनी होगी। फोन को भी खुद से थोड़ी दूरी पर रखना होता है ताकि ज्यादा एक्सेस से बच सकें और दूसरा उपाय है सही पॉश्चर। मतलब सही तरीके से बैठकर काम करने की आदत डालनी होगी और ये जान लीजिए इतने से ही आधी बीमारी ठीक हो सकती है। तो चलिए आज योगगुरु स्वामी रामदेव से वो तमाम उपाय जानते हैं जो गर्दन-पीठ-कमर दर्द से निजात दिलाएगा डिजिटल वर्ल्ड में सेहतमंद रहने लायक बनाएगा।
स्पॉन्डिलाइटिस - क्या होता है?
- स्पाइन टेढ़ी होने पर वर्टिब्रा में सूजन
- रीढ़ में तेज दर्द होता है
- लंग्स दबने लगते हैं
- हार्ट पर भी असर
कमर दर्द - कैसे बचें?
- लैपटॉप को गोद में रख कर काम ना करें
- डेस्क या मेज का इस्तेमाल करें
- काम करते वक्त पैर जमीन पर टिकाएं
- कमर सीधी रखें कंधे ना झुकाएं
- हर 1 घंटे में 5 मिनट ब्रेक लें
- ब्रेक में सूक्ष्म व्यायाम करें
साइटिका का दर्द - दूर करें ?
- गर्म हल्दी दूध शहद पीएं
- हल्दी-नारियल पेस्ट लगाएं
- शहद डालकर अदरक चाय पीएं
- तिल के तेल से मसाज करें
कंधे का दर्द - कैसे दूर करें?
- हल्दी दूध शहद पीएं
- हल्दी पेस्ट नारियल तेल लगाएं
- शहद-अदरक की चाय पीएं
- गर्म पानी सेंधा नमक से धोएं
सर्वाइकल पेन -कैसे पाएं छुटकारा
- बैठते समय गर्दन को सीधा रखें
- नर्म गद्दे की जगह तख्त पर सोएं
- विटामिन डी कैल्शियम डायट लें
हड्डिय मजबूत बनेंगी
- हल्दी दूध
- सेब का सिरका
- अदरक चाय
- दालचीनी-शहद गुनगुने पानी
हड्डियों के लिए सुपरफूड
- गिलोय का काढ़ा
- हरसिंगार के फूल का रस
- निर्गुंडी का जूस
- एलोवेरा का जूस
गलत पॉश्चर में - मोबाइल ना देखें
- 15 डिग्री- 11 किलो दबाव
- 30 डिग्री- 18 किलो दबाव
- 45 डिग्री- 20 किलो दबाव
- 60 डिग्री- 27 किलो दबाव
पॉश्चर से रीढ़ पर वजन- किलोग्राम
- 300
- 250
- 200
- 150
- 100
- 50
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