नए जमाने की रफ्तार में लोग अक्सर लाइफस्टाइल और खानपान से समझौता करते हैं। इसी समझौते की वजह से डायबिटीज की बीमारी लग जाती है। डायबिटीज में ब्लड शुगर का कंट्रोल में रहना जरूरी है। ऐसे में कई आयुर्वेदिक उपायों के जरिए भी शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है।
इन्हीं आयुर्वेदिक नुस्खों में एक कारगर नुस्खा है बकायन के पेड़ के बीज का। बकायन के पेड़ का आयुर्वद में काफी महत्व है। इसके इस्तेमाल से छोटी बड़ी करीब 100 से ज्यादा बीमारियो में राहत मिलती है।
बकायन का पेड़ को आम भाषा में महानीम या महानिम्ब भी कहा जाता है। नीम की तरह इसके कोमल पत्ते और बीज भी कई बीमारियों के इलाज में काम आते हैं। वनस्पति विज्ञान में इस पेड़ को Melia azedarach Linn कहा जाता है।
बकायन यानी महानीम के पेड़ के पत्तों और बीजों से बवासीर, गुर्दे की पथरी, आंख की कमजोर रोशनी, पेट दर्द, मुंह के छाले, त्वचा की एलर्जी सहित कई बीमारियो का इलाज किया जाता है।
इसके अलावा ल्यूकोरिया, सायटिका और गठिया बकायन के औषधीय गुण के फायदे लिए जा सकते हैं। बकायन का पेड़ हर जगह मिल जाता है, लेकिन इसके पत्ते चुनते समय सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि ये ज्यादा कड़वे होते हैं। इसलिए किसी आयुर्वेद एक्सपर्ट की सहायता से ही इसके बीज और फल चुनें।
आज हम बात करेंगे डायबिटीज की बीमारी को कंट्रोल करने के लिए बकायन के पेड़ के बीज कैसे उपयोगी साबित हो सकते हैं।
डायबिटीज के मरीज ऐसे करें सेवन-
इसके लिए आपको क्या करना होगा। सबसे पहले बकायन यानी महानीम के पेड़ से उसके बीज तोड़कर लाने होंगे। इनको आप निंबोरी भी कह सकते हैं। अब बकायन एक या दो बीजों की गिरी निकाल लें और इन्हें धोकर इन्हें चावल के पानी के साथ बारीक पीस लें। अब इस मिश्रण में करीब10 ग्राम देसी घी मिलाकर इसका सेवन करें। इससे शरीर में ब्लड शुगर नियमित होगा। इस नुस्खे की मदद से डायबिटीज के मरीजों को राहत मिलती है और डायबिटीज उग्र रूप में नहीं आ पाती।
इस नुस्खे के साथ साथ हाई ब्लड शुगर के मरीजों को अपनी दवाओं को जारी रखना चाहिए। दवा छोड़ने से पहले अपने चिकित्सक से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इंडिया टीवी इनके सफल होने या इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।
Latest Health News