A
Hindi News हेल्थ जान पर हावी हो सकता है पैंक्रिएटिक कैंसर, आयुर्वेदिक थेरेपी से कम करें इस गंभीर बीमारी का खतरा

जान पर हावी हो सकता है पैंक्रिएटिक कैंसर, आयुर्वेदिक थेरेपी से कम करें इस गंभीर बीमारी का खतरा

क्या आप जानते हैं कि पैंक्रिएटिक कैंसर की वजह से आपकी जान भी जा सकती है? आइए इस कैंसर से बचने के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपायों के बारे में जानते हैं।

जानलेवा पैंक्रिएटिक कैंसर- India TV Hindi Image Source : FREEPIK जानलेवा पैंक्रिएटिक कैंसर

हम सोचते कुछ और हैं और होता कुछ और है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम जरूरी चीजों को नजरअंदाज करते हैं। कामयाबी का इरादा रखते हैं लेकिन मेहनत नहीं करते, 100 साल की सेहतमंद जिंदगी चाहते हैं लेकिन अपने दिन का रूटीन दुरुस्त नहीं करते। देश डायबिटीज कैपिटल बन चुका है, ये बात तो सब जानते हैं लेकिन 'पैंक्रियाज ग्लैंड' की अनदेखी से अब दूसरी बीमारी भी तेजी से फैल रही है। एक लेटेस्ट स्टडी के मुताबिक खराब लाइफ स्टाइल क्रॉनिक 'पैंक्रिए-टाइटिस' और कैंसर की वजह बन रहा है। डरने वाली बात ये है कि पैंक्रियाज से जुड़े कैंसर का पता एडवांस स्टेज में चलता है और इस कैंसर से जूझ रहे 95% मरीज अपनी लड़ाई हार जाते हैं। ऐसे में पेट में अगर हल्का-हल्का दर्द महसूस हो या फिर भारीपन लगे या फिर भूख न लगे और जी मिचलाए तो इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें क्योंकि ये बीमार पैंक्रियाज के सिग्नल हो सकते हैं।

इसके साथ ही आपको अपनी बॉडी के सिस्टम को भी समझना चाहिए। आइए जानते हैं कि पैंक्रियाज का हेल्दी रहना क्यों जरूरी है? सबसे पहले तो शरीर को चलाने के लिए जो ताकत चाहिए, उसका सोर्स ग्लूकोज है। ग्लूकोज को एनर्जी में बदलने के लिए इंसुलिन की जरूरत पड़ती है। लेकिन खराब लाइफ स्टाइल की वजह से जब पैंक्रियाज प्रॉपर एक्टिव नहीं होते तो इंसुलिन सही तरीके से नहीं बनता। ऐसी कंडीशन में खानपान से मिलने वाला ग्लूकोज एनर्जी में तब्दील नहीं होता और फिर यही ग्लूकोज ब्लड में मिलकर शुगर लेवल बढ़ा देता है। इतना ही नहीं पैंक्रियाज कई तरह के एंजाइम्स के जरिए डाइजेशन को भी रेगुलेट करता है जो फैट पचाने के साथ वायरस-बैक्टीरिया से आंतों को भी बचाता है। इसलिए शरीर के इस ग्लैंड को लेकर लापरवाही छोड़िए और आज योगगुरू स्वामी रामदेव के साथ मिलकर पैंक्रियाज को एक्टिव कीजिए ताकि डायबिटीज ठीक होने के साथ दूसरी बीमारियों से भी दूरी बनी रहे।

डायबिटीज के लक्षण

ज्यादा प्यास लगना
वजन घटना
धुंधला दिखना
ज्यादा यूरिन आना
सिरदर्द
घाव न भरना
कमजोरी

डायबिटीज की वजह

तनाव
बेवक्त खाना
जंकफूड
पानी कम पीना
वक्त पर न सोना
वर्कआउट न करना
मोटापा
जेनेटिक

चीनी कितनी खाएं?

WHO की गाइडलाइन
1 दिन में 5 ग्राम से ज्यादा चीनी न खाएं
5 ग्राम यानी 1 चम्मच
3 गुना ज्यादा चीनी खाते हैं लोग
सफेद चावल से डायबिटीज का रिस्क
20% ज्यादा डायबिटीज का खतरा

कैसे होगी शुगर कंट्रोल?

खीरा-करेला-टमाटर का जूस लें
गिलोय का काढ़ा पिएं
मंडूकासन-योगमुद्रासन फायदेमंद
15 मिनट कपालभाति करें

 

Latest Health News