हरियाणा विधानसभा चुनाव के विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान आज हो रहा है। शुरुआती रुझान आना शुरू हो चुके हैं। सभी 90 विधानसभा सीटों पर एक फेज में 5 अक्टूबर को मतदान संपन्न हुआ था। इसमें हरियाणा की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक सिरसा है, जो रोहतक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। सिरसा एक जनरल सीट है। हरियाणा लोकहित पार्टी (HLP) और कांग्रेस इस निर्वाचन क्षेत्र में मुख्य दल हैं। 2019 के विधानसभा मे HLP के गोपाल कांड ने 602 वोटों के अंतर से इस सीट पर जीत हासिल की थी। उन्हें 44,915 वोट मिले थे। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार गोकुल सेतिया को हराया था, जिन्हें 44,313 वोट मिले थे। चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हुए गोकुल सेतिया को सिरसा से टिकट मिला था।
आज हरियाणा की सिरसा सीट पर सभी की नजरें हैं। यहां जीत का सेहरा किसने सिर पर सजेगा, ये बहुत जल्द साफ हो जाएगा।
मुकाबला किसके बीच?
उरी विधानसभा सीट में कुल 13 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिसमें 6 निर्दलीय हैं। HLP की तरफ से गोपाल कांडा, कांग्रेस से गोकुल सेतिया, आम आदमी पार्टी से श्याम सुंदर चुनाव लड़े। इनके अलावा लिबरल सोशलिस्ट पार्टी से मनीराम, JNJP से पवन शेरपुरा, बुलंद भारत पार्टी से जयवीर सिंह, जन सेवक क्रांति पार्टी से योगेश अजीब ने चुनाव लड़ा। ओम प्रकाश और सीए दरवेश स्वामी ने निर्दलीय चुनाव लड़ा।
सिरसा में किसका दावा मजबूत?
राज्य के सबसे लोकप्रिय और चर्चित विधानसभा क्षेत्रों में से एक सिरसा सीट पर कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। इस सीट पर भाजपा के चुनाव नहीं लड़ने से सीधा मुकाबला गोपाल कांडा और कांग्रेस के अतुल सेतिया के बीच है। HLP पिछले 5 सालों से हरियाणा में बीजेपी की अगुवाई वाली NDA सरकार का समर्थन कर रही है। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में सिरसा एकमात्र ऐसी सीट हैं, जहां सत्तारूढ़ बीजेपी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा। 2019 के विधानसभा चुनाव में भी हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा ने जीत दर्ज की थी। तब गोकुल सेतिया ने कांडा के खिलाफ निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा था। इस बार भी गोकुल सेतिया कांग्रेस उम्मीदवार हैं। सिरसा में मुख्य मुकाबला HLP और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है।
हरियाणा के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर पूरे देश की नजर है। सियासी दलों के अलावा पूरे देश की जनता ये देखना चाहती है कि हरियाणा की जनता के मन में क्या है और वह किस पार्टी को अपना नेता मानती है। ये देखना दिलचस्प होगा कि हरियाणा में किस पार्टी को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे और कौन पीछे रहेगा।