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Hindi News हरियाणा रेवाड़ी फैक्टरी विस्फोट: नहीं रुक रही मरने वालों की संख्या, 14 पर पहुंचा मौत का आंकड़ा

रेवाड़ी फैक्टरी विस्फोट: नहीं रुक रही मरने वालों की संख्या, 14 पर पहुंचा मौत का आंकड़ा

हरियाणा के रेवाड़ी में कल-पुर्जे बनाने वाली फैक्टरी के बॉयलर में विस्फोट से घायल हुए चार और श्रमिकों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है।

factory boiler explosion- India TV Hindi Image Source : PTI रेवाड़ी फैक्ट्री विस्फोट में कुल 40 लोग हुए थे घायल

हरियाणा के रेवाड़ी में स्पेयर पार्ट्स बनाने वाली एक फैक्टरी के बॉयलर 16 मार्च को फटा था। तब से इस विस्फोट में घायल मजदूर लगातार दम तोड़ रहे हैं। खबर है कि इस हादसे में घायल हुए चार और श्रमिकों की मौत हो गई है। इसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। धारूहेड़ा (रेवाड़ी) पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी जगदीश चंद ने रविवार को बताया कि इनमें से 3 की मौत शनिवार को पीजीआईएमएस रोहतक में हुई जबकि एक श्रमिक की मौत रविवार को हुई। यह विस्फोट 16 मार्च को धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्टरी में हुआ था। 

हादसे में कुल 40 लोग हुए थे घायल

गौरतलब है कि इस दर्दनाक घटना में 40 कर्मचारी घायल हो गए थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को अस्पताल में घायलों से मुलाकात की थी। सैनी ने कहा था कि उन्होंने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं और सरकार इसके निष्कर्षों के आधार पर उचित कार्रवाई करेगी। बॉयलर में विस्फोट के मामले में पुलिस ने गत रविवार को मामला दर्ज किया था। ठेकेदार और अन्य पर मामला दर्ज किया गया है। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के एक श्रमिक राज कुमार की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इससे पहले शुक्रवार को ही इस हादसे में घायल तीन और श्रमिकों की मौत की खबर आई थी।

विस्फोट के वक्त 60-70 कर्मचारी थे मौजूद

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रोहतक के पीजीआईएमएस अस्पताल में भर्ती पीड़ितों से मुलाकात की थी और मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। इस मामले में एफआईआर उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के एक मजदूर राज कुमार की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई थी। शिकायतकर्ता ने कहा कि उसे शिवम नामक ठेकेदार के माध्यम से काम पर रखा गया था। उसने बताया कि बॉयलर के ‘डस्ट कलेक्टर’ में जब विस्फोट हुआ, उस समय फैक्टरी में करीब 60-70 कर्मचारी मौजूद थे। 

पहले भी हो चुका था डस्ट कलेक्टर में विस्फोट

राज कुमार ने अपने बयान में कहा, ‘‘पहले भी दो बार डस्ट कलेक्टर में विस्फोट हुआ था, हालांकि तब किसी को कोई चोट नहीं आई थी। उस समय की घटनाओं को फैक्टरी के ठेकेदार और अन्य संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया था और कहा गया था कि इसकी उचित मरम्मत पर ध्यान दिया जाना चाहिए क्योंकि इससे भविष्य में कोई अप्रिय घटना हो सकती है।’’ उसने कहा, ‘‘लेकिन वे इस मामले को लेकर लापरवाह बने रहे और उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया। अगर बॉयलर इकाई का ठीक से रखरखाव और सफाई की गई होती तो इस हादसे को टाला जा सकता था।’’ 

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