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हरियाणा में नई सरकार के गठन की तैयारी शुरू, दशहरे को शपथ ग्रहण संभव; मंत्रियों के लिए लॉबिंग शुरू

हरियाणा में इतिहास रचते हुए बीजेपी ने लगातार तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगा दी है। इस जीत के बाद अब सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नई सरकार में मंत्री बनने के लिए विधायकों में भागदौड़ शुरू हो गई है।

nayab singh saini- India TV Hindi Image Source : PTI सीएम नायब सिंह सैनी

अपनी स्थापना के 58 साल और 13 चुनावों में हरियाणा ने वो नहीं देखा जो इस बार देख लिया। हरियाणा में हैट्रिक लगाने वाली बीजेपी पहली पार्टी बन गई। मोदी मैजिक ने बीजेपी के आत्मविश्वास को दोगुना कर दिया। बीजेपी ने फिर बता दिया की चुनाव प्रबंधन के मास्टर वही हैं इसीलिए 10 सालों तक सरकार चलाने के बाद तीसरी बार जनादेश लेने पहुंची पार्टी को ये बंपर जीत मिली है। इस जीत के बाद अब सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भाजपा के प्रभारी धमेंद्र प्रधान, सहप्रभारी बिप्लब कुमार देब ने पूर्व सीएम मनोहर लाल के आवास पर बैठक की। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सीएम नायब सिंह सैनी से बातचीत भी की।  

मंत्री बनने के लिए विधायकों में भागदौड़ शुरू

हरियाणा में जीत दर्ज करने के बाद केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इस बारे में हाईकमान और गृह मंत्री पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि नायब सिंह सैनी ही सीएम होंगे। पार्टी सूत्रों की मानें तो दशहरे के दिन यानी 12 अक्टूबर को शपथ ग्रहण कार्यक्रम रखा जाएगा। वहीं, नई सरकार में मंत्री बनने के लिए विधायकों में भागदौड़ शुरू हो गई है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के निवास पर कई विधायकों और मंत्रियों का जमावड़ा लग गया।

बीजेपी ने 90 में से 48 सीटें जीतीं

हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों में से बीजेपी ने 48 सीटें जीती हैं वहीं सरकार बनाने की आस पाले बैठी कांग्रेस को 37 सीटों के साथ फिर विपक्ष में बैठना पड़ेगा। INLD की दुर्दशी हुई है उसे केवल 2 सीटें मिली हैं जबकि निर्दलीयों के खाते में 3 सीटें गईं। बीजेपी के चुनावी कौशल ने जो कर दिखाया उसे कोई पकड़ नहीं पाया बीजेपी ने एंटी इनकमबंसी और गुस्से से निपटने के लिए-

  1. चुनाव से 8 महीने पहले ही सीएम बदल दिया, मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को कमान दे दी
  2. 4 मंत्रियों समेत 14 विधायकों के टिकट काट दिए इनमें 12 जीत गए
  3. 2019 में हारे 23 चेहरों को पूरी तरह बदल दिया वहां भी 12 जीते
  4. दलितों के प्रति सहानुभूति दिखाई 17 एसी सीटों में से 8 जीत लीं

बीजेपी का लगातार बढ़ता ग्राफ

बीजेपी के इस जश्न का जोश यूं ही नहीं छलक रहा, ये केवल जी की हैट्रिक नहीं है बल्कि पार्टी के लगातार बढ़ते ग्राफ का प्रमाण भी है। 2014 में बीजेपी को 47 सीटें मिली थी, 2019 में बीजेपी सिर्फ चालीस सीटें जीत पाई थी। उस वक्त बीजेपी ने जननायक जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी लेकिन इस बार नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में बीजेपी ने 48 सीटें जीतीं जो बहुमत के लिए जरूरी सीटों से तीन ज्यादा है।

हरियाणा में हैट्रिक का क्रेडिट PM मोदी को

ये चुनाव नायब सैनी का ही नहीं पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर का भी था और इस हैट्रिक ने सबको बंपर नंबर से पास कर दिया। खट्टर ने जीत का क्रेडिट पीएम मोदी को दिया। बीजेपी की जीत में सबसे बड़ा रोल उसकी सीक्रेट स्ट्रैटजी ने ही निभाया। लोकसभा चुनाव की जगह पार्टी इस बार पूरे हरियाणा में बदली बदली नजर आई। नये कलेवर और नये तेवर के साथ वोटर्स के बीच पहुंची।

  • बीजेपी नेता विनम्र होकर इलेक्शन कैंपेन में उतरे, किसी ने भी अहंकार भरा बयान नहीं दिया।
  • बीजेपी के नेता पूरे चुनाव में बड़े वादे और दावे करने से बचते रहे।
  • बीजेपी की कोर टीम अंदर ही अंदर जाति और सामाजिक समीकरण साधने में जुटी रही।
  • एंटी इन्कंबेंसी के नैरेटिव को तोड़ने के लिए नेता ज्यादा बयानबाजी से दूर ही रहे।
  • विनेश फोगाट, किसान आंदोलन जैसे मुद्दे पर पार्टी ने साइलेंट रहकर काम किया।

कई दशक तक हरियाणा में काम कर चुके पीएम मोदी जानते हैं कि हरियाणा में जाट हो या गैर जाट किसी को भी बड़बोलापन पसंद नहीं है। यहां का वोटर जाति-धर्म की सियासत को अच्छे से समझता है, मुद्दों पर ज्यादा बात करता है इसलिए स्ट्रैटजी भी इसी हिसाब से तैयार की गई।

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