नूंह दंगों की पूरी स्क्रिप्ट 21 से 23 जुलाई को लिखी गई थी। शोभायात्रा पर कैसे और किन किन लोकेशन्स पर हमला करना है, इसके लिए दंगाईयों ने प्लानिंग के लिए कई मीटिंग भी की थीं। दंगाई आपस में कनेक्ट रहें इसके लिए व्हाट्सऐप ग्रुप भी बनाए गए। हर ग्रुप को लीड करने वाला लीडर अलग था। सबको टास्क असाइन किया गया, पत्थर इकट्ठा किए गए, उन्हें एक जगह पर असेंबल किया गया। बड़ी संख्या में कोल्ड ड्रिंक्स के शीशे वाले बॉटल्स जमा किए गए। इन बॉटल्स को पेट्रोल बम बनाकर शोभायात्रियों पर अटैक का प्लान बना। ये तमाम खुलासे बता रहे हैं कि नूंह दंगो की प्लानिंग कितनी पुख्ता थी।
200 से ज़्यादा मोटरसाइकिलें की थी तैयार, पहाड़ियों से लाए थे पत्थर
ये भी जानकारी सामने आई है कि दंगों के लिए 200 से ज़्यादा मोटरबाइक्स भी रेडी की गई थीं और हर बाइक के नंबर प्लेट को काले रंग के पेंट से रंग दिया गया ताकि किसी फुटेज में उन बाइक्स के नंबर्स की पहचान ना हो पाए। पुलिस हर एंगल से इसकी जांच कर रही है। इससे साफ हो रहा है कि दंगे की तैयारी पहले से की गई थी। मोनू मानेसर की वीडियो के आते ही मुस्लिम मेवातियों ने हमले की तैयारी शुरू की थी। इतना ही नहीं अलवर की तरफ से राजस्थान बॉर्डर से भी कुछ लोगों ने तैयारी की थी। बड़ी संख्या में पत्थर अरावली की पहाड़ियों से इकट्ठे किए गए थे। इन पत्थरों को घरों की छतों पर और डम्परों में इकट्ठा किया गया था।
मन्दिर पर हमले के लिए 500 लोग पहाड़ी पर थे तैयार
बता दें कि मेवात में बहुत बड़े लेवल पर मुस्लिम कबाड़ी का काम करते हैं। खाली कोल्डड्रिंक की बोतल और पत्थर इकट्ठा करना बहुत आसान टास्क है। इंडिया टीवी की टीम ने जब लोकल मुस्लिमों से बात की तो उन्होंने इस बात को माना है कि बिट्टू बजरंगी और मोनू की वीडियो आने के बाद लोग गुस्से में थे। लेकिन पत्थरो और कांच की बोतलों की तैयारियों को लेकर खुलकर लोकल लोग कैमरे पर कुछ नहीं बोल रहे हैं। तकरीबन 4000 कांच की बोतलें, बड़ी मात्रा में खनन के पत्थरों को खनन माफियाओं ने क्रश करके छोटे पत्थर इकट्ठा किए थे। मन्दिर पर हमला करने के लिए अलग-अलग गांव से 500 लोग पत्थरों और कांच की बोतलों के साथ पहाड़ी पर इकट्ठा हुए थे।
सऊदी और पाकिस्तान से आए थे भड़काऊ वीडियो
इतना ही नहीं दंगों की साजिश में भड़काने के लिए कुछ लोकल नेताओं का रोल भी सामने आया है। इतना ही नहीं व्हाट्सऐप ग्रुप में सऊदी और पाकिस्तान तक से वीडियो आएं है जिन्हें दिखाकर सर्कुलेट करकर शोभायात्रा पर हमला करने के लिए भड़काया गया। हमला करने में कुछ ऐसे मेवाती भी शामिल हैं जो हाल में जमानत पर बाहर आए थे। देसी कट्टे और हथियार अलग-अलग जगहों से मेवात में पहुंचाए गए थे। राजस्थान से काफी असलाह आया था।
नूंह दंगा मामले में 141 गिरफ्तार
गौरतलब है कि नूंह में ब्रजमंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा में अब तक 55 एफआईआर दर्ज की गई हैं। 141 लोग गिरफ्तार हुए हैं और लगभग 88 लोग घायल बताए जा रहा हैं। इन दंगों में 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
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