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Hindi News हरियाणा नूंह की ब्रजमंडल यात्रा... पिछले साल का सबक, इस बार पहाड़ से लेकर जमीन तक पुलिस की तैनाती, ड्रोन से निगरानी

नूंह की ब्रजमंडल यात्रा... पिछले साल का सबक, इस बार पहाड़ से लेकर जमीन तक पुलिस की तैनाती, ड्रोन से निगरानी

नूंह में सोमवार को शुरू हो रही ब्रजमंडल यात्रा को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। धार्मिक यात्रा में किसी प्रकार की अनहोनी न हो इसको लेकर पुलिस ने पूरे रूट पर खास जवानों की तैनाती की है।

चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी पुलिस- India TV Hindi Image Source : INDIA TV चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी पुलिस

हरियाणा के नूंह स्थित नल्हड़ मंदिर पर सावन के पहले दिन यानी सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान मंदिर पर भारी पुलिस बल तैनात रहेगा। यह यात्रा सोमवार सुबह 10 बजे से नूंह के नल्हड़ मंदिर से शुरू होगी। झिरेश्वर मंदिर, झिरका और वापस श्रंगार मंदिर नूंह में आकर ये यात्रा समाप्त होगी। पिछले साल से सबक लेते हुए इस बार की यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था बहुत सख्त रखी गई है। 

किए गए अभेद सुरक्षा के इंतजाम

पुलिस ने बताया कि कल जब तक जलाभिषेक यात्रा संपन्न नहीं हो जाती है, तब तक शराब के ठेके बंद रहेंगे। ब्रजमंडल जलाभिषेक शोभा यात्रा को लेकर इस बार अभेद सुरक्षा का इंतजाम किए गए हैं। आसमान से जमीन तक पुलिस इस बार हर गतिविधियों पर नजर रख रही है। 

पैरामिलिट्री व कमांडो के जवान तैनात किए गए

जमीन और आसमान ही नहीं बल्कि आधे आसमान की ऊंचाई तक अरावली पर्वत पर भी पुलिस, पैरामिलिट्री व कमांडो के जवान तैनात किए गए हैं। ड्रोन द्वारा अरावली पर्वत व आस-पास के स्थानों की निगरानी की जा रही हैं।

अरावली पर्वत पर पुलिस का सर्चिंग अभियान

इसके साथ ही मन्दिरों के साथ लगते अरावली पर्वत पर पुलिस द्वारा लगातार सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा हैं। नूंह पुलिस द्वारा नूंह शहर, नल्हरेश्वर मंदिर, अरावली पर्वत, बडकली चौक, झिरकेश्वर मंदिर सहित श्रृंगेश्वर मंदिर (सिंगार) व यात्रा समापन स्थलों तक की निगरानी की जा रही है।

गाड़ियों की हो रही वीडियोग्राफी

डॉग स्क्वॉयड और घोड़ा पुलिस को भी तैनात किया गया है। इसमें अर्ध सैनिक बलों के जवान जिसमें सीआरपीएफ, आरएएफ सहित अन्य कई कंपनियां इस बार तैनात रहेंगी । खास बात यह है कि ब्रजमंडल जलाभिषेक शोभायात्रा नूंह में बाहरी राज्यों व जिलों से शामिल होने के लिए आने वाले लोगों की गाड़ियों की वीडियोग्राफी की जाएगी। उनको पूरी तरह से चेक किया जाएगा ताकि किसी प्रकार की कोई विस्फोटक सामग्री, हथियार इत्यादि यात्रा तक न पहुंच सके।

यात्रा में पिछली बार हुई थी हिंसा

बता दें कि पिछले साल 31 जुलाई को इस यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। इस हिंसा में कई लोगों की जान चली गई थी। हिंसा में शामिल सैकड़ों लोग अभी भी जेल में बंद हैं। पिछली बार की हिंसा को देखते हुए इस यात्रा पर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।