हरियाणा में मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं ये नाम, जानें कब हो सकता है नई सरकार का शपथ ग्रहण
हरियाणा विधानसभा चुनावों में शानदार सफलता हासिल करने के बाद अब बीजेपी सूबे में अपनी नई सरकार के गन की तैयारियां कर रही है। माना जा रहा है कि हरियाणा की नई सरकार दशहरा के बाद शपथ ले सकती है।
चंडीगढ़: हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह दशहरा के बाद हो सकता है। सूत्रों द्वारा गुरुवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, कैबिनेट के गठन में जाति और क्षेत्रीय समीकरण जैसे फैक्टर्स पर भी विचार किया जा सकता है। बता दें कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की शानदार जीत के बाद राज्य में नई सरकार के मुखिया के रूप में अपने संभावित शपथ ग्रहण से पहले नायब सिंह सैनी ने बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी।
नायब सिंह सैनी की ताजपोशी लगभग तय
सैनी ने गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के लिए बीजेपी के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से भी मुलाकात की। बीजेपी ने चुनावों के दौरान संकेत दिया था कि मार्च में मुख्यमंत्री के रूप में मनोहर लाल खट्टर की जगह लेने वाले और OBC कैटिगरी से आने वाले सैनी अगर जीतते हैं तो सीएम पद के लिए वह पार्टी की पसंद होंगे। BJP ने हरियाणा में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 48 सीटें हासिल की है जो कांग्रेस की सीट संख्या से 11 ज्यादा है। इस चुनाव में JJP और AAP का सफाया हो गया है जबिक INLD सिर्फ 2 सीट जीतने में कामयाब रही।
ढांडा और मूलचंद शर्मा भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल
हरियाणा के एक बीजेपी नेता ने कहा कि नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 12 अक्टूबर के दशहरा उत्सव के बाद आयोजित किये जाने की संभावना है। बता दें कि मौजूदा सैनी कैबिनेट के 10 में से 8 मंत्रियों को हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन महिपाल ढांडा पानीपत ग्रामीण और मूलचंद शर्मा बल्लभगढ़ सीट से जीत दर्ज करने में सफल रहे। सूत्रों ने बताया कि ढांडा, जो जाट समुदाय से आते हैं, और शर्मा जो कि ब्राह्मण चेहरा हैं, दोनों नई सरकार में मंत्री पद के संभावित दावेदारों में शामिल हैं।
दोनों ‘कृष्ण’ में से किसकी चमकेगी किस्मत?
हरियाणा में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 14 मंत्री हो सकते हैं। बीजेपी ने इस बार अहीरवाल क्षेत्र में अपना प्रभुत्व बरकरार रखा। हरियाणा की 17 अनुसूचित जाति (SC) के लिए सुरक्षित सीटों में से बीजेपी ने आठ पर जीत हासिल की है। दलित समुदाय के जो नेता मंत्री पद की दौड़ में शामिल हो सकते हैं उनमें इसराना सीट से जीते वरिष्ठ नेता कृष्ण लाल पंवार और कृष्ण कुमार शामिल हैं। राज्यसभा सदस्य रहे पंवार ने विधानसभा चुनाव लड़ा था जबकि नरवाना से जीते पूर्व विधायक कृष्ण कुमार भी मंत्री पद के लिए पसंद हो सकते हैं।
क्या आरती सिंह राव को भी मिलेगा मंत्री पद?
दक्षिण हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र में पार्टी ने 11 में से 10 सीट जीती हैं। बता दें कि इस क्षेत्र के अधिकांश उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री और गुड़गांव के सांसद राव इंद्रजीत सिंह के करीबी माने जाते हैं। राव की बेटी आरती सिंह राव, जो अटेली सीट से जीतीं, भी मंत्री पद की दौड़ में हैं। सूत्रों ने बताया कि नारनौल से जीते ओम प्रकाश यादव और बादशाहपुर से जीते वरिष्ठ नेता राव नरबीर सिंह भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं। आरती के अलावा अन्य महिला चेहरों में तोशाम सीट से जीतीं श्रुति जो कि वरिष्ठ नेता किरण चौधरी की बेटी हैं और कालका से जीतीं शक्ति रानी शर्मा भी दौड़ में शामिल हैं।
सावित्री जिंदल भी मंत्री पद की दौड़ से बाहर नहीं
सूत्रों ने बताया कि जीतने वाले तीनों निर्दलीय विधायकों ने ऐलान किया है कि वे नई सरकार बनने पर उसका समर्थन करेंगे, लेकिन उनमें से हिसार सीट से विधायक सावित्री जिंदल के नाम को मंत्री पद की दौड़ से बाहर नहीं किया गया है। मंत्री पद के अन्य दावेदारों में BJP के वरिष्ठ नेता अनिल विज, श्याम सिंह राणा, जगमोहन आनंद, हरविंदर कल्याण, कृष्ण लाल मिड्ढा, अरविंद कुमार शर्मा, विपुल गोयल, निखिल मदान और घनश्याम दास के नाम शामिल हैं। उचाना कलां सीट से जीते देवेंदर अत्री भी संभावित मंत्रियों की दौड़ में शामिल हैं जिन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह को हराया था। यह सीट JJP नेता दुष्यंत चौटाला के पास थी। (भाषा)