हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों के कई युवा बड़ी संख्या में रोहतक पहुंचे हैं। जहां इजरायल की एक टीम मजदूरों की भर्ती कर रही है। केंद्र सरकार और इजरायली अधिकारियों के बीच एक समझौते के बाद, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के आवेदकों के साथ हरियाणा के व्यक्तियों को प्राथमिकता देते हुए रोहतक में एक भर्ती अभियान आयोजित किया गया है। यह भर्ती प्रक्रिया रोहतक में छह दिनों तक चलेगी। यह भर्ती मुख्य रूप से निर्माण, पेंटिंग और खेती की नौकरियों के लिए की जा रही है।
युद्ध की टेंशन भी नहीं
दरअसल, इजरायल देश में श्रम की कमी को दूर करने के लिए हजारों भारतीय निर्माण श्रमिकों की भर्ती करने की योजना बना रहा है। नौकरी के लिए पहुंचे कुछ युवाओं ने प्रदेश में बेरोजगारी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इजरायल में युद्ध की स्थिति उन्हें नौकरी के अवसर तलाशने से नहीं रोकती है।
कई राज्यों से आ रहे हैं युवा
इजरायल में नौकरी पाने के लिए रोहतक में युवाओं में काफी उत्साह है। न केवल हरियाणा से बल्कि अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। हरियाणा के उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जा रही है। जो मजदूर इजरायल में नौकरी पाने में सफल होंगे, उन्हें 1.34 लाख रुपये का मासिक वेतन मिलेगा।
इजरायल में मजदूरों की भारी कमी
बता दें कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध की वजह से इजरायल में मजदूरों की भारी कमी है। पहले चरण में इजरायली अधिकारी 10 हजार मजदूरों की भर्ती का लक्ष्य रख रहे हैं। इजरायल में बिल्डर्स एसोसिएशन के अनुसार, निकट भविष्य में भर्तियों की संख्या 30,000 तक भी जा सकती है। दरअसल गाजा में इजरायल हमास के लड़ाकों के खिलाफ पिछले 100 दिन से ज्यादा समय से लड़ाई लड़ रहा है। गाजा में इजरायली सेना घुस चुकी है और चारों तरफ से हमले कर रही है।