जींद: हरियाणा की खापों ने आगामी एशियाई खेलों के लिए पहलवानों के चयन विवाद से खुद को अलग करते हुए शनिवार को कहा कि इस विवादास्पद मामले पर केवल राष्ट्रीय कुश्ती महासंघ ही फैसला कर सकता है। यह निर्णय हरियाणा के जींद जिले में आयोजित एक खाप पंचायत के दौरान लिया गया, जिसकी अध्यक्षता कंडेला गांव के ओम प्रकाश ने की। बता दें कि एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम में ओलंपिक चैम्पियन पहलवान बजरंग पुनिया और विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट को ट्रायल छूट दिए जाने के बाद विवाद हो गया था। इससे नाराज पहलवानों और उनके परिवार के सदस्यों ने एशियाई खेलों के ट्रायल का बहिष्कार करने की धमकी दी थी। हालांकि इसके बाद विनेश ने सर्जरी के कारण एशियाई खेलों से अपना नाम वापस ले लिया है। बजरंग ने कहा था कि वह खाप पंचायतों के फैसले को मानेंगे।
24 अगस्त को भी हुई थी पंचायत
इसीलिए खाप की पहली पंचायत 24 अगस्त को भी हुई थी लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ था। इस पंचायत में प्रदेश की कई खापों ने हिस्सा लिया था। इस दौरान सभी खापों प्रतिनिधयों ने कहा कि यह फैसला खाप के स्तर का नहीं है। कुश्ती संघ द्वारा फैसला लिया गया है। ऐसे में खापों को इसमें दखल नहीं देना चाहिए। इसके बाद पंचायत में हंगामा हो गया और हाथापाई की नौबत तक आ गई। वहीं पंचायत के बाद विशाल के भाई कृष्ण ने कहा कि वह अब इस मसले को लेकर कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि बजरंग पुनिया को उनके भाई विशाल से कुश्ती करनी चाहिए नहीं तो वह कोर्ट जाएंगे।
'इस मामले में खाप नहीं ले सकती निर्णय'
खाप पंचायत के बाद कंडेला खाप के प्रमुख ओमप्रकाश ने कहा, ‘‘आज की पंचायत केवल खिलाड़ियों के लिए थी। एशियाई खेलों के लिए पहलवानों के चयन के मुद्दे पर पंचायत का मानना है कि यह खापों के लिए निर्णय लेने का मामला नहीं है, और इस मुद्दे पर महासंघ को फैसला करना होगा।’’ उन्होंने कहा, "इस मामले पर केवाल पहलवानों का महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ही निर्णय ले सकता है, खाप नहीं। हम इसे महासंघ पर छोड़ते हैं। इस मामले में खाप का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।"
रिपोर्ट - सुनील