"अगर BJP ने टिकट दिया तो लोकसभा चुनाव लड़ने से परहेज नहीं," पूर्व पीएम देवी लाल चौटाला के बेटे का बयान
हरियाणा सरकार के मंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री देवी लाल के बेटे रणजीत सिंह चौटाला ने लोकसभा चुनावों को लेकर बड़ा इशारा दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर भारतीय जनता पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वह 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
हरियाणा के मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने एक बयान में कहा है कि उन्हें 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने से परहेज नहीं है और अगर भारतीय जनता पार्टी (BJP) उन्हें टिकट देती है तो वह चुनाव लड़ सकते हैं। बता दें कि रणजीत चौटाला सिरसा जिले के रानिया से निर्दलीय विधायक हैं और पूर्व प्रधानमंत्री देवी लाल के बेटे हैं। चौटाला ने कहा कि राजनीति में सब संभव है। राज्य के विद्युत एवं कारागार मंत्री का पदभार संभाल रहे चौटाला ने कहा कि जब उन्होंने 2019 के विधानसभा चुनाव में रानिया सीट जीती थी, तो किसी ने भी अनुमान नहीं लगाया था कि भाजपा बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाएगी और उसे सरकार बनाने के लिए समर्थन की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के बहुमत से चूक जाने के बाद वह उसे बिना शर्त समर्थन देने वाले पहले विधायक थे।
निर्दलीय होकर नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
गौरतलब है कि जननायक जनता पार्टी (JJP) और निर्दलीय विधायकों ने 2019 में भाजपा को समर्थन दिया था, जिसके बाद उसने हरियाणा में सरकार का गठन किया। चौटाला ने कहा, ‘‘मैंने जब चुनाव जीता था, तो मुझे पता नहीं था कि मुझे दो घंटे बाद ही भाजपा को समर्थन देना होगा। आज, मैं भाजपा के साथ सहज हूं और वे भी मुझ पर काफी भरोसा करते हैं।’’ उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में कहा, ‘‘यदि भाजपा पेशकश करती है, तो मैं विचार कर सकता हूं।’’ बहरहाल, उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना को खारिज कर दिया। चौटाला ने कहा, ‘‘मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि मैं विधानसभा (चुनाव) निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ सकता हूं, लेकिन लोकसभा चुनाव में (हरियाणा में) कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला होगा।’’
हिसार से खड़े होना प्राथमिकता
इतना ही नहीं हरियाणा के मंत्री ने यह भी कहा कि यदि वह आम चुनाव लड़ते हैं, तो हिसार से खड़े होना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में चौटाला परिवार को बहुत प्यार और स्नेह मिला था और जब भी परिवार के सदस्य चुनाव में उतरे, लोगों ने उनका समर्थन किया। भाजपा और अजय चौटाला के नेतृत्व वाली JJP ने इस बात पर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई है कि वे आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ेंगे।
चौटाला हो सकते हैं बीजेपी की पसंद
बता दें कि यदि दोनों दल (BJP-JJP) अलग-अलग चुनाव लड़ते हैं, तो रणजीत चौटाला राज्य की 10 लोकसभा सीट में से एक पर भाजपा की पसंद हो सकते हैं। कुल 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में भाजपा के 41 विधायक हैं जबकि कांग्रेस के 30 और जजपा के 10 विधायक हैं। सात में से छह निर्दलीय विधायक भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन करते हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने हरियाणा की सभी 10 संसदीय सीट पर जीत हासिल की थी।
(इनपुट- PTI)
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