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Hindi News हरियाणा IAS खेमका को मिली यह अहम जिम्मेदारी, रिटायरमेंट से सिर्फ 5 महीने पहले मिला बड़ा मौका

IAS खेमका को मिली यह अहम जिम्मेदारी, रिटायरमेंट से सिर्फ 5 महीने पहले मिला बड़ा मौका

हरियाणा में रविवार को 44 आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया। जारी आदेश के अनुसार आईएएस अशोक खेमका को उनके रिटायरमेंट से पांच महीने पहले ट्रांसफर कर दिया गया है।

IAS खेमका को मिली अहम जिम्मेदारी।- India TV Hindi Image Source : FILE IAS खेमका को मिली अहम जिम्मेदारी।

चंडीगढ़: अपनी ईमानदार छवि के लिए पहचाने जाने वाले वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अशोक खेमका को एक अहम जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि खेमका पांच महीने बाद ही रिटायर होने वाले थे। इसके अलावा खेमका अपने 33 साल के करियर और 57 पदस्थापना के दौरान ईमानदार छवि के लिए जाने जाते हैं। प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी डिपार्टमेंट के अतिरिक्त मुख्य सचिव रहे 1991 बैच के अधिकारी खेमका को रविवार को परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद पर तैनात किया गया है। दरअसल, अशोक खेमका 30 अप्रैल 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। 

परिवहन विभाग में लौटे वापस

मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली तत्कालीन भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में परिवहन आयुक्त के पद से ट्रांसफर किए जाने के लगभग 10 साल बाद वह परिवहन विभाग में वापस लौटे हैं, जिसे वर्तमान में मंत्री अनिल विज संभाल रहे हैं। उस समय खेमका ने परिवहन विभाग में मुश्किल से चार महीने ही काम किया था। तत्कालीन परिवहन आयुक्त के रूप में, अशोक खेमका ने ऑटोमोबाइल और बड़े इलेक्ट्रॉनिक सामान के परिवहन के लिए बड़े आकार के ट्रकों को फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण ट्रक चालकों ने हड़ताल कर दी थी। बाद में, राज्य सरकार द्वारा ट्रक चालकों को केन्द्रीय मोटर वाहन नियम (सीएमवीआर), 1989 के अनुरुप अपने वाहनों को तैयार कराने के लिए एक वर्ष का समय दिए जाने के बाद चालकों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। इस घटना के बाद ही खेमका का राज्य सरकार द्वारा पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग में तबादला कर दिया गया था। 

ट्रांसफर के बाद एक्स पर किया था पोस्ट

उस समय अशोक खेमका ने 10 साल पहले सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट की थी। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा था, ‘‘गंभीर सीमाओं और निहित स्वार्थों के बावजूद परिवहन में भ्रष्टाचार को दूर करने और सुधार लाने के लिए कड़ी मेहनत की। यह क्षण वास्तव में पीड़ादायक है।’’ इससे पहले हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी 2012 में राष्ट्रीय सुर्खियों में आए थे। जब उन्होंने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाद्रा से जुड़े गुरुग्राम भूमि सौदे का दाखिल खारिज रद्द कर दिया था। दाखिल खारिज भूखंड के स्वामित्व को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया का एक हिस्सा है।

44 आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर

बता दें कि हरियाणा सरकार ने रविवार को 44 आईएस अधिकारियों का तबादला किया था। जारी आदेश के अनुसार 1990 बैच की आईएएस अधिकारी सुमिता मिश्रा अब प्रदेश की नई गृह सचिव होंगी। वहीं चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग की अवर मुख्य सचिव (एसीएस) सुमिता मिश्रा गृह, जेल, आपराधिक जांच एवं न्याय प्रशासन विभागों की अवर मुख्य सचिव बनायी गई हैं। उन्होंने अनुराग रस्तोगी की जगह ली है। इसके अलावा रस्तोगी वित्त एवं नियोजन विभागों के अवर मुख्य सचिव बने रहेंगे। उनके पास राजस्व, आपदा प्रबंधन एवं समेकन विभाग के वित्त आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा। 

इन अधिकारियों का भी ट्रांसफर

आदेश के अनुसार, आईएएस अपूर्व के सिंह को नगर एवं ग्राम नियोजन एवं शहरी संपदा विभाग का अवर मुख्य सचिव बनाया गया है तथा वह ऊर्जा विभाग के अवर मुख्य सचिव का कार्यभार भी संभालेंगे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के एसीएस सुधीर राजपाल को चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान तथा आयुष विभागों का भी प्रभार दिया गया है। आनंद मोहन शरण को उनके पास मौजूद विभागों के अलावा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग का भी प्रभार दिया गया है। विनीत गर्ग उच्च शिक्षा विभाग के एसीएस तथा हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष बनाये गये हैं। वहीं नई दिल्ली में हरियाणा भवन के स्थानीय आयुक्त डी सुरेश अब उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव होंगे। (इनपुट- एजेंसी)

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