खट्टर के विश्वसनीय शत्रुजीत कपूर होंगे हरियाणा के नए DGP? जानिए इनके बारे में कुछ खास
हरियाणा के वर्तमान डीजीपी पीके अग्रवाल के रिटायरमेंट में अब सिर्फ 4 दिन बचे हैं। अभी हरियाणा के DGP के लिए 3 IPS दावेदार माने जा रहे हैं।
हरियाणा सरकार को प्रदेश का अगले पुलिस महानिदेशक (DGP) की निुयक्ति करनी है जिसे लेकर हलचल तेज हो गई है। इस बारे में गुरुवार को यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की एक बैठक दिल्ली में बुलाई गई थी। इस बैठक में हरियाणा के 3 सीनियर IPS अफसरों के नाम पर यूपीएससी ने अपनी मुहर लगा दी। पैनल में आईपीएस शत्रुजीत कपूर, मोहम्मद अकील और आरसी मिश्रा का नाम शामिल किया गया है। इनमें से राज्य सरकार अब अगले डीजीपी का चयन करेगी। इस बैठक में मुख्य सचिव संजीव कौशल और DGP पीके अग्रवाल भी उपस्थित थे।
बता दें कि हरियाणा की तरफ से 10 IPS अफसरों के नाम UPSC को भेजे गए हैं। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार अगले DGP की रेस में शत्रुजीत कपूर का दावा सबसे मजबूत माना जा रहा है।
DGP पीके अग्रवाल के रिटायरमेंट को सिर्फ 4 दिन बचे
हरियाणा के डीजीपी पीके अग्रवाल के रिटायरमेंट में अब सिर्फ 4 दिन बचे हैं। 1988 बैच के IPS अधिकारी और पूर्व DGP मनोज यादव ने सेवा रिकॉर्ड अपने मूल कैडर में वापस आने की अनिच्छा जताते हुए, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के DG के रूप में उनकी हालिया नियुक्ति का हवाला देते हुए UPSC को भेजने से इनकार कर दिया था।
किसे चुन हैं सीएम खट्टर?
बता दें कि आईपीएस मनोज यादव का डोजियर यूपीएससी को न भेजने के पीछे का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य में सेवारत 3 आईपीएस अधिकारी मोहम्मद अकील और आरसी मिश्रा (1989 बैच) और शत्रुजीत कपूर (1990 बैच) को वरिष्ठता, योग्यता और अनुभव के आधार पर पैनल में शामिल किया जाए। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की पहली पसंद के तौर पर शत्रुजीत कपूर की DGP के तौर पर नियुक्ति की खबर सामने आ रही है। खट्टर कपूर के चुनने के इच्छुक हैं, जो राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक हैं।
खट्टर की पहली पसंद क्यों है शत्रुजीत कपूर?
1990 बैच के आईपीएस शत्रुजीत कपूर इस वक्त हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो के चीफ है। वह 31 अक्टूबर 2026 को रिटायर होंगे। ईमानदार और सख्त छवि होने के साथ साथ वह सीएम खट्टर के विश्वसनीय हैं। साथ ही प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज से भी उनका बेहतर सामंजस्य है। हरियाणा के जींद से ताल्लुक रखने वाले शत्रुजीत कपूर ने बिजली वितरण निगम के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के तौर काफी अच्छा काम किया था। इसके बाद ही सरकार ने उन्हें स्टेट विजिलेंस ब्यूरो (अब एंटी करप्शन ब्यूरो) का डीजी बनाकर नई जिम्मेदारी दी थी। सूत्रों के अनुसार शत्रुजीत कपूर पुलिस सेवा के अलावा सीआईडी के प्रमुख भी रह चुके हैं। इतना ही नहीं वे परिवहन विभाग में भी काम कर चुके हैं। तब उन्होंने बिजली निगमों के बाद परिवहन निगम को घाटे से उबारने की कोशिश की थी। उन्होंने अपने काम से अलग लकीर खींची है। ऐसे में वे सीएम की पहली पसंद हैं।
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