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हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: बरोदा सीट पर क्या हैं चुनावी समीकरण! किसके सिर पर सजेगा ताज?

हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टियों ने कमर कस ली है। बरोदा सीट पर भी दिलचस्प मुकाबला होने जा रहा है। ये सीट लंबे समय से कांग्रेस के कब्जे में हैं।

Baroda- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIVE PIC बरोदा सीट पर मुकाबला दिलचस्प

बरोदा: हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाला है। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 5 सितंबर को जारी होगी और नामांकन 12 सितंबर तक दाखिल किया जा सकता है। नाम वापसी की आखिरी तारीख 16 सितंबर तक होगी। बता दें कि चुनाव आयोग ने हरियाणा चुनाव की तारीख बदल दी है। अब राज्य में 1 अक्टूबर की जगह 5 अक्टूबर को मतदान होगा। वहीं 4 अक्टूबर की जगह 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती होगी। राज्य में कुल 90 सीटें हैं, जिसमें एक सीट बरोदा भी है।

बरोदा में एक बार फिर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने है। 2009 से इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। अब देखना ये होगा कि इस सीट पर आगामी चुनाव में कौन विजयी होता है।

क्या थे 2019 के चुनाव नतीजे?

2019 के विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस के श्रीकृष्ण हुड्डा जीते थे। उन्हें कुल 42566 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर बीजेपी के योगेश्वर दत्त रहे थे। उन्हें कुल 37726 वोट मिले थे। इस सीट पर कांग्रेस का वोट प्रतिशत 34.67 था और बीजेपी का वोट प्रतिशत 30.73 था। 

इस चुनाव में तीसरे नंबर पर JNJP के भूपिंदर मलिक रहे थे। उन्हें 32480 वोट मिले थे। उनका वोट प्रतिशत 26.45 था। चौथे नंबर पर बीएसपी के नरेश रहे थे। उन्हें 3281 वोट मिले थे। 

साल 2020 में हुए थे उपचुनाव

दरअसल 12 अप्रैल 2020 को बरोदा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक श्रीकृष्ण हुड्‌डा का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। जिसके बाद इस सीट पर 2020 में उपचुनाव हुए थे और कांग्रेस के इंदुराज नरवाल ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। भाजपा-जजपा गठबंधन प्रत्याशी पहलवान योगेश्वर दत्त को इस सीट पर दोबारा चुनाव हारना पड़ा था।

कांग्रेस के इंदुराज नरवाल को कुल 60,636 वोट मिले थे, वहीं योगेश्वर दत्त को 50,070 और लोसपा के राजकुमार सैनी को 5,611 वोट मिले थे। बरोदा उपचुनाव केवल हार-जीत तक सीमित नहीं था, बल्कि तीनों पार्टियों बीजेपी, कांग्रेस और इनेलो के बड़े नेताओं की साख दांव पर लगी हुई थी। बरोदा पहले इनेलो का गढ़ था, लेकिन 2009 से इस पर कांग्रेस का कब्जा है। इस सीट को भूपेंद्र हुड्डा का गढ़ माना जाता है।

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