हरियाणा में करनाल की इंद्री विधानसभा में बीजेपी के टिकट वितरण से नाराज पूर्व राज्यमंत्री एवं पूर्व विधायक कर्णदेव कंबोज कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। वह पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और चौधरी उदयभान के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हुए। ऐसे में जाट-नॉन जाट की राजनीति करने वाली बीजेपी के लिए मुसीबत बढ़ सकती है क्यों कर्णदेव हरियाणा में ओबीसी वर्ग के बड़े नेता हैं और कंबोज समाज में अच्छी पकड़ रखते हैं। उन्होंने बीजेपी पर ओबीसी वर्ग की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है।
बता दें कि कर्णदेव कंबोज लंबे समय से इंद्री विधानसभा सीट से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने उनकी डिमांड को नजरअंदाज करते हुए सिटिंग विधायक राम कुमार कश्यप को ही वापस टिकट दे दिया। इसके बाद कंबोज ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
CM सैनी से हाथ मिलाने से इनकार
टिकट कटने से नाराज हरियाणा प्रदेश बीजेपी ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज को मनाने के लिए पिछले हफ्ते हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी उनके घर पहुंचे थे। जब सीएम सैनी ने कंबोज से हाथ मिलाने के लिए हाथ आगे बढ़ाया तो कर्णदेव कंबोज ने उनसे हाथ मिलाने से इनकार कर दिया था और साइड में आकर बैठ गए था। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
वीडियो में साफ दिख रहा था कि कर्णदेव कंबोज हाथ जोड़े सीएम सैनी के सामने से निकलने लगे, लेकिन मुख्यमंत्री ने हाथ मिलाने के लिए उन्हें रोकने की कोशिश की। इसके बावजूद वह नहीं रुके और सीएम सैनी का हाथ झटकते हुए आगे बढ़ गए।
कर्णदेव ने बताई थी नाराजगी की वजह
कर्णदेव कंबोज ने इस्तीफे में अपनी नाराजगी की वजह बताई थी। उन्होंने लिखा था कि वह बीजेपी ओबीसी मोर्चा और सभी अन्य पदों से अपना त्यागपत्र दे रहे हैं क्योंकि बीजेपी अब वह पार्टी नहीं रही दो पंडित दीन दयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बनाई थी। अब पार्टी में नुकसान करने वाले गद्दारों को तव्वजो दी जाती है।
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