हरियाणा की जगाधरी विधानसभा सीट यमुनानगर जिले में आती है। ये सीट अंबाला लोकसभा क्षेत्र के दायरे में आती है। विधानसभा चुनावों की बात करें तो इस सीट पर पिछली बार यानी 2019 में बीजेपी प्रत्याशी कंवर पाल ने जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में जगाधरी में कुल 38.88 प्रतिशत वोट पड़े थे। 2019 में भारतीय जनता पार्टी से कंवरपाल गुर्जर ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के अकरम खान को 16373 वोटों से हराया था। इससे पहले साल 2014 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के कंवरपाल ने इस सीट पर बीएसपी प्रत्याशी को 34156 वोटों के अंतर से हराया था। अगर इस बार भाजपा इस सीट पर जीत दर्ज करती है तो हैट्रिक होगी। हालांकि इस सीट पर इस बार के चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।
जगाधरी का इतिहास
हरियाणा राज्य में क्षेत्रफल की दृष्टि से जगाधरी छोटा-सा शहर है और इस शहर की अपनी अलग ही कहानी है। भारत के किसी भी अन्य शहरों की तरह ही जगाधरी भी है जो मध्यम आबादी वाला खुशहाल शहर माना जाता है। यह शहर यमुनानगर जिले के जुड़वां शहरों में से एक है। इसीलिए कई बार इस शहर को यमुनानगर शहर में भी गिन लिया जाता है। यह बहुत प्रचलित तो नहीं लेकिन कम आबादी वाला शहर है, जहां का अपना राजनीतिक इतिहास रहा है।
हरियाणा में एक ही चरण में होगा मतदान
हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं और इस बार चुनाव आयोग ने इन सभी 90 सीटों पर एक ही चरण में वोटिंग कराने का ऐलान किया है। इसके लिए 5 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी तथा 12 सितंबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं। वहीं नाम वापसी की आखिरी तारीख 16 सितंबर होगी। हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए एक अक्टूबर को मतदान होना है। नतीजे 4 अक्तूबर को आएंगे।
2019 के चुनाव की बात करें तो हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी ने मिलकर सरकार बनाई थी।