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Hindi News हरियाणा गुरुग्राम: महिला ने दर्ज कराई थी बलात्कार और मारपीट की शिकायत, लेकिन जांच में...

गुरुग्राम: महिला ने दर्ज कराई थी बलात्कार और मारपीट की शिकायत, लेकिन जांच में...

महिला ने अपनी शिकायत में बताया था कि एक व्यक्ति ने उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए हैं और सहारा मॉल में काम करने वाले बाउंसरों ने उसके साथ मारपीट की और उन्होंने उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया।

Haryana, Gurugram Sahara Mall, rape, assault- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIVE IMAGE महिला ने पिछले साल दर्ज कराई थी शिकायत

गुरुग्राम: आजादी के बाद जब इस देश का संविधान लिखा जा रहा था तब इस बात का खास ख्याल रखा गया था कि महिलाओं को कानून में शक्ति मिले। लेकिन शायद संविधान लिखने वालों ने सोचा भी नहीं होगा कि कानून का दुरूपयोग किया जाएगा। आज कई महिलाएं पुरुषों के खिलाफ झूठा रेप और छेड़खानी का आरोप लगाकर शिकायत दर्ज करवा देती हैं। पुलिस को दवाब में आकर पुरुष को गिरफ्तार भी करना पड़ता है लेकिन जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता है। 

29 नवंबर 2022 को दर्ज कराई थी शिकायत 

कुछ इसी तरह का मामला हरियाणा के गुरुग्राम से सामने आया है। यहां पुलिस ने एक महिला को कई पुरुषों के खिलाफ कथित तौर पर दुष्कर्म और मारपीट का फर्जी मामला दर्ज कराने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अब महिला के खिलाफ आईपीसी की धारा 182 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार, 29 नवंबर 2022 को एक महिला ने दुष्कर्म और मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी।

मॉल के बाउंसरों पर लगाया था मारपीट का आरोप 

महिला ने अपनी शिकायत में बताया था कि एक व्यक्ति ने उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए हैं और सहारा मॉल में काम करने वाले बाउंसरों ने उसके साथ मारपीट की और उन्होंने उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया। महिला ने यह भी आरोप लगाया था कि पीसीआर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। पुलिस ने महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की जांच करते हुए घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच की। पुलिस जांच में सामने आया कि महिला मौके से सुरक्षित निकल रही है।

पुलिस की जांच में खुल गई कलई 

पूर्वी डीसीपी नीतीश अग्रवाल ने कहा कि पुलिस द्वारा मौके पर मौजूद लोगों और सहारा मॉल के कर्मचारियों से पूछताछ में भी महिला द्वारा लगाए गए आरोप झूठे और निराधार पाए गए। महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोपों की हर एंगल से जांच की गई। कोई भी आरोप सही नहीं पाया गया। इसके बाद फर्जी एफआईआर को रद्द कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में महिला द्वारा झूठे आरोप लगाने और पुलिस को गुमराह करने का मामला दर्ज किया गया है।