गोहाना विधानसभा सीट हरियाणा के 90 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। गोहाना सीट पर वोटिंग 5 अक्तूबर को हुई थी, जिसका रिजल्ट आज यानी 8 अक्तूबर को हुए वोटों की गिनती हुई। गोहाना विधानसभा सीट हरियाणा के लिए अहम सीट मानी जाती है। गोहाना का निर्वाचन क्षेत्र कोड 32 है। वोटों की गिनती के दौरान इस सीट पर सबकी नजरें टिकी हुई थी और अंत में नतीजा भाजपा के पक्ष में आया। आपको बता दें कि गोहाना विधानसभा सीट जिसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता था उस सीट से भाजपा के उम्मीदवार अरविंद कुमार शर्मा ने 10429 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। उन्हें कुल 57055 वोट मिले और वहीं दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार जगबीर सिंह मलिक को 46626 वोट मिले।
इन 11 उम्मीदवारों की किस्मत लगी थी दांव पर
गोहाना एक GENERAL सीट है। इस सीट पर 11 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे थे। लेकिन जो मुख्य दल हैं, उनमें कांग्रेस, भाजपा, आम आदमी पार्टी, बसपा, जननायक जनता पार्टी, बाकी चेहरे निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे।
प्रत्याशी नाम | पार्टी |
जगबीर सिंह मलिक | कांग्रेस |
अरविन्द कुमार शर्मा | भाजपा |
कुलदीप मलिक | जननायक जनता पार्टी |
दिनेश कुमार | बहुजन समाज पार्टी |
शिव कुमार रंगीला | आम आदमी पार्टी |
अरविंद | निर्दलीय |
अरुण निनानिया | निर्दलीय |
हर्ष छिकारा | निर्दलीय |
धूप वाला | निर्दलीय |
राजबीर | निर्दलीय |
नोटा | NOTA |
कांग्रेस का गढ़ रहा है गोहाना सीट
गोहाना सीट पर जातिगत राजनीति ही असरदार है। पिछले तीन विधानसभा चुनावों से इस सीट पर कांग्रेस विधायक जगबीर सिंह मलिक जीतते चले आ रहे हैं। इससे एक बात तो साफ है कि इस सीट पर कांग्रेस ने अपना कब्जा जमा लिया है। गोहाना के सैनीपुरा, गढ़ी उजाले खान, गढ़ी सराय खान और मुख्य बाजार जैसे अधिकांश गांवों में सैनी आबादी है। जो एकतरफा कांग्रेस को ही वोट करते हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार गोहाना की जनसंख्या 3 लाख थी। जिसमें पुरुष जनसंख्या का 53% और महिलाएं 47% हैं। गोहाना की औसत साक्षरता दर 78% है।
2019 के रिजल्ट पर एक नजर
2019 विधानसभा चुनाव के परिणाम में कांग्रेस के जगबीर सिंह मलिक को 39,531 वोट मिले और विजयी हुए। वहीं, इनको जोरदार टक्कर देते हुए LSP के राज कुमार सैनी को 35,379 वोट मिले थे। जबकि 3 नंबर पर बीजेपी के तीरथ राणा ने अपनी जगह बनाई थी, जिन्हें 26,972 वोट मिले थे।
2014 रिजल्ट पर एक नजर
अगर बात करें 2014 विधानसभा चुनाव के परिणाम की तो उस वक्त भी कांग्रेस के जगबीर सिंह मलिक को 41,39 वोट मिले थे और उन्होंने जीत हासिल की थी। वहीं, इनेलो के डॉ. कृष्ण चंदर बांगर ने जगबीर सिंह को कड़ी टक्कर दी थी। जिन्हें 38,165 वोट मिले थे। जबकि बीजेपी के राम चंदर जांगड़ा को 28,365 वोट मिले थे।