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Hindi News हरियाणा 1 घंटे के अंदर 2 बार कांपा दिल्ली NCR, जानें कितनी थी भूकंप की तीव्रता

1 घंटे के अंदर 2 बार कांपा दिल्ली NCR, जानें कितनी थी भूकंप की तीव्रता

पहला भूकंप सुबह 10.54 बजे आया। इसके बाद 11.43 बजे भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, तीव्रता कम होने के कारण नुकसान नहीं हुआ।

Representative Image- India TV Hindi Image Source : X/FILE PHOTO प्रतीकात्मक तस्वीर

दिल्ली से संटे फरीदाबाद में गुरुवार के दिन दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। हालांकि, दोनों बार भूकंप की तीव्रता काफी कम थी और इससे जान-माल का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। पहला भूकंप सुबह 10.54 बजे आया। इसके बाद 11.43 बजे भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार सुबह 10 बजकर 54 मिनट पर हरियाणा के फरीदाबाद में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र जमीन से पांच किलोमीटर अंदर था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 2.4 आंकी गई। वहीं, दूसरी बार 11 बजकर 43 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस हुए। इस बार भी भूकंप का केंद्र जमीन से पांच किलोमीटर अंदर था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 2.4 रही।

क्यों आते हैं भूकंप?

हाल के दिनों में देश-दुनिया के कई इलाकों में भूकंप की घटनाओं में बढ़ोतरी देखी जा रही है। दरअसल, हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमते रहती हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं।

हर साल दुनिया में आते हैं करीब 20 हजार भूकंप

हर साल दुनिया में करीब 20 हजार भूकंप आते हैं लेकिन उनकी तीव्रता इतनी ज्यादा नहीं होती कि लोगों को भारी नुकसान हो। नेशनल अर्थक्वेक इंफोर्मेशन सेंटर इन भूकंप को रिकॉर्ड करता है। जानकारी के मुताबिक, 20 हजार में से केवल 100 भूकंप ऐसे होते हैं, जिनसे नुकसान होता है। अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा देर तक रहने वाला भूकंप हिंद महासागर में 2004 में आया था। ये भूकंप 10 मिनट तक महसूस किया गया था। 

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता का अंदाजा कैसे लगा सकते हैं?

  • 0 से 1.9 सीज्मोग्राफ से मिलती है जानकारी
  • 2 से 2.9 बहुत कम कंपन पता चलता है
  • 3 से 3.9 ऐसा लगेगा कि कोई भारी वाहन पास से गुजर गया
  • 4 से 4.9 घर में रखा सामान अपनी जगह से नीचे गिर सकता है 
  • 5 से 5.9 भारी सामान और फर्नीचर भी हिल सकता है
  • 6 से 6.9 इमारत का बेस दरक सकता है 
  • 7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं 
  • 8 से 8.9 सुनामी का खतरा, ज्यादा तबाही
  • 9 या ज्यादा सबसे भीषण तबाही, धरती का कंपन साफ महसूस होगा

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