गुरुग्राम: दिल्ली से सटे गुरुग्राम में एक बार फिर गौ तस्करों का आतंक देखने को मिला है। तस्कर बड़ी संख्या में गायों को ट्रक में लादकर ले जा रहे थे, हालांकि गौ रक्षकों की मुस्तैदी से वे पकड़े गए। बुधवार की सुबह तकरीबन 3 बजे के करीब गौ रक्षकों को जानकारी मिली थी कि एक बड़े कंटेनर में कुछ गायों को तस्करी करके मेवात ले जाया जा रहा है। इसके बाद गौ रक्षकों की एक टीम गुरुग्राम के राजीव चौक पर तस्करों के ट्रक का इंतजार करने लगी।
टायर फटने के बाद भी ट्रक नहीं रोका
गोतस्करों के ट्रक के गुरुग्राम के राजीव चौक पर पहुंचते ही गौ रक्षकों ने रुकने का इशारा किया लेकिन तस्करों ने गायों से भरे ट्रक की रफ्तार तेज कर दी। गोतस्कर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर तेज रफ्तार से गायों से भरे ट्रक को दौड़ा रहे थे ट्रक के पीछे गौ रक्षक और गुरुग्राम पुलिस लगे हुए थे। इस दौरान दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर दौड़ रहे ट्रक का टायर फट गया और पहिया तक निकल गया, लेकिन इसके बावजूद तस्करों ने ट्रक को रोकना तो दूर ट्रक की रफ्तार धीमे तक नहीं की।
डिवाइटर से टकराने के बाद रुका ट्रक
चूहे-बिल्ली का यह खेल 20 किलोमीटर तक चलता रहा। गायों से भरा इस ट्रक ने घमरोज टोल प्लाजा के बूम बैरियर को भी तोड़ दिया। पहिया निकल जाने की वजह से टोल प्लाजा से तकरीबन 3 किलोमीटर आगे जाने के बाद ट्रक सड़क के डिवाइडर से टकराया और उसकी रफ्तार धीमी पड़ गई। इसके बाद गौ रक्षकों की टीम और पुलिस की टीम ने उसे ओवरटेक करके गौ तस्करों को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वे भाग निकले। हालांकि कुछ दूरी तक पीछा करने के बाद दोनों तस्करों को पुलिस ने पकड़ लिया।
मुश्ताक और मुकेश हैं आरोपियों के नाम
गोतस्करी में शामिल आरोपियों के नाम मुश्ताक और मुकेश हैं। मुस्ताक मेवात का रहने वाला है और मुकेश बिहार का निवासी है। गुरुग्राम पुलिस अब आरोपियों से यह जानने की कोशिश कर रही है कि वे गायों को कहां से लेकर आ रहे थे और कहां लेकर जा रहे थे। साथ ही पुलिस ये भी जानने में लगी है कि कहीं गोतस्करी में इस्तेमाल किया गया ट्रक चोरी का तो नहीं है। ट्रक से कुल 34 गोवंश बरामद हुए थे जिनमें से 10 गायें मृत थीं।