चंडीगढ़: राज्यसभा चुनाव को देखते हुए हरियाणा कांग्रेस के नेता बीरेंद्र सिंह ने विपक्ष को एक अहम सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर भारतीय जनता पार्टी को राज्यसभा चुनाव में हराना है तो हम सभी विपक्षियों को एकजुट होकर एक साझा उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारना होगा। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से राजनीतिक माहौल को अपने पक्ष में किया जा सकेगा। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा बीजेपी में ही कई ऐसे नेता हैं जो अपनी पार्टी की नीतियों से खफा हैं और ऐसे में साझा उम्मीदवार उतारने से उसे झटका दिया जा सकेगा।
‘10 राज्यसभा सांसदों ने सौंपा है अपना इस्तीफा’
बीरेंद्र सिंह ने कहा, ‘हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में जीतने वालों में राज्यसभा के 10 सांसद थे। जिसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। हरियाणा में भी राज्यसभा चुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी अपना बहुमत खो चुकी है और मुझे लगता है कि हम सभी को एकजुट होकर इसका लाभ उठाना चाहिए, क्योंकि बहुत से विधायक वो चाहे किसी पार्टी से जुड़े हों या निर्दलीय हों, वो आज भाजपा का समर्थन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में मुझे लगता है कि हम सभी को एकजुट होकर इसका लाभ उठाना चाहिए। मैं समझता हूं कि विपक्ष को एक साझा प्रत्याशी बीजेपी के विरोध में उतारना चाहिए, ताकि राजनीतिक परिस्थिति को अपने पक्ष में किया जा सके।’
‘बीजेपी की नीतियां हमेशा से ही जनविरोधी रही हैं’
कांग्रेस नेता ने कहा,‘यह कहने में कोई गुरेज नहीं होना चाहिए कि हरियाणा की बीजेपी यूनिट में एक या दो नहीं, बल्कि कई ऐसे नेता हैं, जो पार्टी की नीतियों से खफा हैं। पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से बीजेपी किसानों, युवाओं और आम लोगों के लिए नीतियां लेकर आई है, उससे साफ है कि उसके भी कई नेता बड़ी संख्या में अपनी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से खफा हैं। ऐसी स्थिति में अगर विपक्ष साझा उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारता है, तो मुझे लगता है कि बीजेपी का बचा संसाधन भी हरियाणा में खत्म हो जाएगा, जो कि जरूरी भी है। हरियाणा के संदर्भ में बीजेपी की नीतियां हमेशा से ही जनविरोधी रही हैं।’ (IANS)