हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा अबतक नहीं हुई है लेकिन उससे पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। एक तरफ चुनाव को लेकर नेताओं द्वारा सीटों पर दावेदारी जारी है तो वहीं इस बीच हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीरेंद्र सिंह ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि वे इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके अलावा उन्होंने एक बड़ी बात कही है। उन्होंने अपने बेटे के लिए टिकट की दावेदारी पेश की है।
कांग्रेस नेता बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि, "मैं खुद चुनाव नहीं लड़ूंगा, लेकिन मेरे बेटे, जो पहले हिसार से संसद सदस्य थे, बृजेंद्र सिंह ने उचाना विंध्य निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए अपनी उम्मीदवारी दाखिल की है, जहां से मैं पांच बार विधायक चुना गया हूं और एक बार मेरी पत्नी भी विधायक चुनी गई हैं।'' पत्रकारों से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता बीरेंद्र सिंह ने ये बातें कहीं हैं।
बीरेंद्र सिंह ने कही ये बड़ी बात
बीरेंद्र सिंह ने ये भी कहा है कि उचाना से मेरे बेटे बृजेंद्र सिंह से उपयुक्त उम्मीदवार कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीति में अगर नए लोग आएंगे तो हो सकता है उनकी सोच हमसे बेहतर हो। उन्होंने आगे कहा, "मैंने भी यही सोचा कि हमारी राजनीति ऐसे युग की तरफ जा रही है।" बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मैं ये मानकर चलता हूं कि बेस्ट कैंडिडेट उतारने के लिए हरियाणा में पार्टी को ये आकलन करना चाहिए कि हमारी कौनसी सीट मजबूत है और वहां से किसे उतारना चाहिए।
बीरेंद्र सिंह ने आगे कहा कि कांग्रेस को राज्य में 90 सीटों में से जितनी मजबूत सीटें हैं उनपर मजबूत उम्मीदवार उतारने चाहिए। उन्होंने कहा कि ये सर्वे होना चाहिए कि कौन सी सीटें कमजोर हैं और वहां मजबूत कैंडिडेट कौन होगा और कौन सी मजबूत सीटें हैं, ये भी देखना चाहिए। ऐसे कैंडिडेट हरियाणा को नई दिशा में लेकर जाएंगे।