चंडीगढ़ः कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने गुरुवार को कहा कि पार्टी हरियाणा में राज्यसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा करने के बारे में सोच सकती है, अगर जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला आश्वासन दें कि उनकी पार्टी के सभी 10 विधायक उनके पक्ष में हैं। यदि कांग्रेस राज्यसभा उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा करती है तो यह राज्य में भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
बीजेपी के पास कुल 43 विधायकों का समर्थन
बता दें कि सत्तारूढ़ बीजेपी के पास 90 सदस्यीय सदन में 41 विधायक हैं। भाजपा को हरियाणा लोकहित पार्टी के एकमात्र विधायक और निर्दलीय सदस्य नयन पाल रावत का भी समर्थन प्राप्त है। इस तरह से बीजेपी के पास कुल 43 विधायकों का समर्थन है। हालांकि बीजेपी नेता दावा करते हैं कि जेजेपी के कुछ विधायक उनके संपर्क में हैं।
कांग्रेस को जीत के लिए दुष्यंत चौटाल पर रहना होगा निर्भर
हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस के पास 29 विधायक हैं और तीन निर्दलीय विधायक हमारे पक्ष में हैं। हमें अपना उम्मीदवार जिताने के लिए 13-14 और विधायक चाहिए। हुड्डा ने कहा कि दुष्यंत चौटाला को अपने 10 विधायकों को लेकर ठोस भरोसा देना होगा तभी हम उम्मीदवार खड़ा करने के बारे में सोचेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा कांग्रेस द्वारा राज्यसभा सीट के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा करने की स्थिति में जेजेपी नेता दुष्यन्त चौटाला की हाल ही में समर्थन की पेशकश के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
हुड्डा की टिप्पणी उन खबरों के बीच आई है कि जेजेपी के कुछ विधायकों ने हाल ही में भाजपा के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया है। एक अन्य सवाल के जवाब में, हुड्डा ने दोहराया कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी और कहा कि आप के साथ गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था।
दीपेंद्र हुड्डा के इस्तीफे से खाली हुई है सीट
बता दें कि भूपिंदर सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा ने हाल ही में चौथी बार रोहतक लोकसभा सीट जीती है। वह राज्यसभा सांसद थे। लोकसभा चुनाव में जीत के बाद उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। यह पूछे जाने पर कि क्या आगामी विधानसभा चुनाव उनका आखिरी चुनाव होगा 76 वर्षीय दिग्गज नेता ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, "बहुत अच्छा सवाल है, लेकिन मैं जवाब नहीं दूंगा। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस सीएम के चेहरे के साथ चुनाव में उतरेगी, हुडा ने कहा कि पार्टी सामूहिक रूप से लड़ेगी।
इनपुट- पीटीआई