एनसीपी नेता बाबा सिद्धीकी की हत्या में शामिल गुरमेल कैथल के नरड गांव का रहने वाला है। उसके ऊपर पहले से कई मामले दर्ज हैं। वह फिलहाल जमानत पर बाहर आया था और वारदात को अंजाम दिया। वह 2020 में हुए मर्डर केस में जेल के अंदर था। यहां उसकी मुलाकात लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे से हुई और वह उसकी गैंग में शामिल हो गया। इसके बाद उसे जमानत मिली और वह मुंबई चला गया। यहां उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी की दादी का कहना है कि उसे चौराहे पर खड़ा करके गोली मार दी जानी चाहिए।
गुरमेल की दादी ने बताया "उसे संपत्ति से बेदखल कर चुके हैं। 3-4 महीने से घर नहीं आया। हमारे लिए वह मर चुका है और हम उसके लिए मर चुके हैं। हम तो उसे 10-11 साल पहले परिवार से बेदखल कर चुके हैं। वह तीन चार महीने से घर नहीं आया है। हमें नहीं पता कि वो कहां पर गया है, हमें कुछ बता कर थोड़े ही गया है।"
कभी फोन नहीं करता
गुरमेल की दादी ने कहा "हमारे पास नंबर नहीं, वह कभी फोन नहीं करता। जब वो घर आया था, मैं उससे नहीं मिली। मैं तब कूड़ा डालने के लिए गई हुई थी। न तो हमारे पास उसका कोई फोन नंबर है, न ही वो कभी हमें फोन करता है। मैं अपने 12-13 साल के पोते के साथ रहती हूं। गुरमेल 4 महीने से गांव में नहीं आया है।"
पिता की मौत के बाद मां की शादी देवर से की
गुरमेल अपने पिता का इकलौता बेटा था। उसके पिता की मौत हो गई थी। इसके बाद उसकी मां की शादी देवर के साथ कर दी। इसके बाद उसकी मां को देवर के नाम से एक लड़का व एक लड़की हुए। गुरमेल की दादी ने बताया कि वह पहले जेल जा चुका है। भाई ने भाई का मर्डर किया था, तब ये भी उनके साथ था। तब वो जेल गया था। उससे तो उनकी कोई बात नहीं होती, वो जेल से कैसे बाहर आया, किसने उसकी जमानत कराई। वो तीज-त्योहार पर भी घर नहीं आता था।
क्या है वह हत्या का केस, जिसमें शूटर गुरमेल जेल गया
साल 2019 में कैथल जिले के गांव नरड़ में श्री ग्यारह रुद्री मंदिर के पास सुनील नाम के युवक की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का मुख्य आरोपी सुनील का छोटा भाई अशोक रहा। हालांकि, अशोक ने इस वारदात को अंजाम अपने दोस्तों गुरमेल और सुल्तान के साथ मिलकर दिया था। आरोपियों ने सुनील को बर्फ तोड़ने वाले सुए मारकर मौत के घाट उतार दिया। आपसी विवाद में अंजाम दी गई इस वारदात में छापे मारकर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा। इसके बाद इन्हें जेल हुई। गुरमेल इस मामले में सजा काटकर बाहर आया और मुंबई चला गया।
(कैथल से मनोज मलिक की रिपोर्ट)