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हरियाणा में चुनाव से पहले BJP को एक और करारा झटका, आदित्य चौटाला इनेलो में हुए शामिल

हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को झटके पर झटका लग रहा है। अब देवीलाल चौटाला के पोते आदित्य देवीलाल चौटाला ने भी बीजेपी को बाय कह दिया है और इनेलो में शामिल हो गए हैं।

aditya devilal chautala- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO आदित्य देवीलाल चौटाला

चंडीगढ़: भाजपा के नेता एवं पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल चौटाला ने रविवार को इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ज्वाइन कर लिया है। आदित्य चौटाला को हरियाणा में 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए डबवाली से भाजपा ने मैदान में उतारा था लेकिन उन्होंने भाजपा से नाता तोड़कर इनेलो ज्वाइन कर लिया है। आदित्य देवीलाल (46) सिरसा जिले के चौटाला गांव में इनेलो की रैली में पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए।

भाजपा की बढ़ती जा रही हैं मुश्किलें

बता दें कि आदित्य देवीलाल चौटाला ने हाल ही में हरियाणा विपणन बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इनेलो में शामिल होने से भाजपा ने ऐसे समय सिरसा जिले में अपना प्रमुख चेहरा खो दिया है जब विधानसभा चुनाव होने में एक महीने से भी कम समय बचा है। राज्य में नेताओं के बागी होने के चलते राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए दिक्कतें बढ़ गई हैं। वह एक सप्ताह के भीतर भाजपा छोड़ने वाले देवीलाल के परिवार से दूसरे व्यक्ति हैं।

भाजपा में मची है भगदड़

इससे कुछ दिन पहले ही राज्य के ऊर्जा एवं जेल मंत्री रणजीत चौटाला  ने भी भाजपा का साथ छोड़ दिया था, वह देवीलाल के बेटे हैं। अगले महीने होने वाले चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों को नेताओं के बागी होने की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इस्तीफा देने वालों में से ज्यादातर टिकट चाहते थे, लेकिन सूची में उनका नाम नहीं था। रणजीत सिंह चौटाला और आदित्य देवीलाल के अलावा भाजपा छोड़ने वाले प्रमुख लोगों में मौजूदा विधायक लक्ष्मण दास नापा, पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य और कांग्रेस में शामिल हुए कालांवाली के पूर्व विधायक बलकौर सिंह शामिल हैं।

कांग्रेस में भी पार्टी छोड़कर जा रहे नेता

कांग्रेस को भी 32 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी करने के बाद पार्टी के भीतर विद्रोह का सामना करना पड़ा। राजेश जून ने पार्टी छोड़ दी, क्योंकि बहादुरगढ़ विधानसभा क्षेत्र से उनकी उम्मीदवारी को नज़रअंदाज किया गया और उन्होंने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ने की घोषणा की। सोनीपत के बड़ौदा से कांग्रेस नेता कपूर सिंह नरवाल ने पार्टी द्वारा मौजूदा विधायक इंदुराज नरवाल को फिर से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद बगावत का झंडा बुलंद कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे निराश किया गया है।’’ नब्बे सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगा। मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। 

(इनपुट-पीटीआई)