हरियाणा में जहरीली शराब पीने से दो और लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 48 घंटों में दो लोगों की मौत यमुनानगर में हुई, जहां पहले 16 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि अंबाला में दो लोगों की मौत हुई थी। पुलिस ने कहा कि मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो अंबाला से हैं।
HC के मौजूदा न्यायाधीश से जांच कराने की मांग
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान ने सोमवार को मंडेबरी गांव में एक पीड़ित के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस संदिग्ध जहरीली शराब पीने से हुई मौतों की जांच उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से कराने की मांग करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पहला मौका नहीं है, जब ऐसी घटना हुई है, कुछ साल पहले भी राज्य में जहरीली शराब की वजह से कई लोगों की जान चली गई थी।
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सीएम खट्टर जिले में जनसंवाद कार्यक्रम कर रहे थे
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि जिस दिन यमुनानगर में जहरीली शराब से मौतें हुईं, उस दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जिले में जनसंवाद कार्यक्रम कर रहे थे, लेकिन वह पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं गए। उन्होंने कहा, "राज्य सरकार के मंत्री अनिल विज के गृह जिले अंबाला में एक अवैध शराब फैक्ट्र चल रही थी, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उनकी नाक के नीचे क्या हो रहा है।" उदयभान ने मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की।
आम आदमी पार्टी ने भी इस मामले में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच कराने की भी मांग की है। इससे पहले यमुनानगर पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कंवर पाल ने पहले कहा था कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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