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Hindi News गुजरात क्या है ‘स्वागत’ प्रोग्राम? 20 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे PM मोदी

क्या है ‘स्वागत’ प्रोग्राम? 20 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे PM मोदी

स्वागत को तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल 2003 को पहली बार जिला और राज्य स्तर पर लॉन्च किया था और बाद में इसे गांव और तालुका स्तर पर ले जाया गया था।

Swagat program, Swagat program Modi, Swagat program Latest- India TV Hindi Image Source : FILE प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में नागरिक शिकायत निवारण पहल ‘स्वागत’ के 20 साल पूरे होने के मौके पर 27 अप्रैल को डिजिटल माध्यम से आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस योजना की शुरुआत मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते की थी। नागरिकों को प्रौद्योगिकी का उपयोग कर के अपनी शिकायतों की स्थिति का पता लगाने की सुविधा देने वाली इस योजना का नाम ‘स्वागत’ रखा गया है। इसे मोदी ने 24 अप्रैल 2003 को पहली बार जिला और राज्य स्तर पर लॉन्च किया था और बाद में इसे गांव और तालुका स्तर पर ले जाया गया था।

लाभार्थियों से बातचीत कर सकते हैं पीएम मोदी
पीएम मोदी इस कवायद के कुछ लाभार्थियों से भी बातचीत कर सकते हैं। पिछले दो दशकों में ‘स्वागत’ पहल गुजरात में सुशासन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण रही है। स्वागत में अबतक मिली 6.28 लाख फरियादों में से 6.14 जितनी यानी 97% से भी ज्यादा शिकायतों का समाधान किया गया है। यह कार्यक्रम नागरिकों को मुख्यमंत्री के साथ सीधे जुड़ने का अवसर देता है। ‘स्वागत दिवस’ पारंपरिक रूप से हर महीने के चौथे गुरुवार को मनाया जाता है।

4 स्तरों में बांटा गया है ‘स्वागत’
हर मुख्यमंत्री ने इस सिस्टम को ज्यादा आधुनिक और एडवांस बनाया है। इसको चार स्तरों में बांटा गया- ग्राम स्वागत, तालुका स्वागत, जिला स्वागत और राज्य स्वागत। ग्राम स्वागत में हर महीने की 1 से 10 तारीख में नागरिक अपने गांव के तलाटी या मंत्री को अपनी अर्जी देता है। यहां पर उसकी प्राथमिक जानकारी स्वागत पोर्टल पर दर्ज की जाती है, जो कि तालुका कक्षा में तहसीलदार को पहुंच जाती है और अर्जी करने वाले को एक यूनिक आईडी दी जाती है जिससे वह अपनी फ़रियाद की स्थिति और प्रगति की जानकारी ले पाता है।

कई स्तरों पर सुनी जाती है फरियाद
तालुका स्वागत का आयोजन हर महीने के चौथे बुधवार को प्रांत ऑफिसर या वर्ग-1 के ऑफिसर की अध्यक्षता में आयोजित होता है। जिन फरियादों का फैसला ग्रामीण या तालुका स्तर पर नहीं होता है या नहीं हो सकता है उसके लिए हर महीने के चौथे गुरूवार को जिला स्वागत आयोजित होता है। ग्रामीण, तालुका या जिला स्तर पर जिन शिकायतों का निस्तारण नहीं हो पाता, उनका निवारण हर महीने के चौथे गुरुवार को राज्य स्वागत में होता है, जिसमें नागरिक सुबह 8:30 से 11:30 के बिच रूबरू उपस्थित रहकर अपनी अर्जी दे सकते हैं।

‘स्वागत’ प्रोग्राम को मिल चुका है अवॉर्ड
अधिकारियों ने कहा कि स्वागत ऑनलाइन कार्यक्रम को सार्वजनिक सेवा में पारदर्शिता, जवाबदेही और शासन में सुधार के लिए 2010 में संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा पुरस्कार मिला था। संयुक्त राष्ट्र लोक सेवा पुरस्कार सार्वजनिक सेवा संस्थानों की रचनात्मक उपलब्धियों और योगदान को मान्यता देता है। इसके अलावा, इसे भारत सरकार द्वारा 2010-11 में ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार और सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से सार्वजनिक सेवाओं में सुधार के लिए 2011 में सीएक्सओ पुरस्कार भी मिला।