चक्रवाती तूफ़ान बिपारजॉय तो गुजर गया लेकिन कई इलाकों में होगी भारी बारिश, IMD ने जारी की चेतावनी
गुरुवार शाम को चक्रवाती तूफ़ान बिपारजॉय गुजरात से टकराया था, जिसके बाद से गुजरात समेत दक्षिण भारत में भारी बारिश हो रही है। इसकी वजह से IMD ने कई निचले इलाकों में बाढ़ की चेतवानी जारी की है।
अहमदाबाद: बिपारजॉय के बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान से धीरे-धीरे कम होकर एक दबाव क्षेत्र में तब्दील होने के बाद उत्तरी गुजरात के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटे के दौरान बेहद भारी बारिश हुई। अधिकारियों ने बताया कि त्वरित कार्रवाई करते हुए बनासकांठा और पाटन जिले में निचले इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, चक्रवात बिपारजॉय दक्षिण राजस्थान में एक दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया है और रविवार को इसके तीव्र बने रहने तथा गुजरात, राजस्थान व मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में इसके कारण बारिश होने का अनुमान है।
राजस्थान के दक्षिण क्षेत्र में बन रहा दबाव
आईएमडी के मुताबिक, “पिछले छह घंटे में दक्षिण राजस्थान के मध्य हिस्से और आसपास के क्षेत्रों में बना दबाव 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पूर्व-उत्तरपूर्व की तरफ बढ़ गया और जोधपुर से करीब 40 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व में केंद्रित रहा। इसके पूर्व-उत्तरपूर्व की तरफ बढ़ते रहने और अगले 12 घंटे तक अपनी तीव्रता बरकरार रखने के आसार हैं।” आईएमडी के अनुसार, बृहस्पतिवार शाम को गुजरात तट से टकराने के बाद चक्रवात जब आगे बढ़ा और बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान से दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया, तब उत्तरी गुजरात के बनासकांठा और पाटन के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ।
शनिवार शाम तक कई इलाकों में हुई जबरदस्त बारिश
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) के मुताबिक, शनिवार शाम छह बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में बनासकांठा के अमीरगढ़ तालुका में 206 मिलीमीटर, जबकि दांता और धानेरा तालुका में क्रमश: 168 और 164 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं, साबरकांठा जिले के पोसीना में इस अवधि में 151 मिलीमीटर, जबकि बनासकांठा जिले के दंतीवाड़ा में 150 मिलीमीटर, पालनपुर में 136 मिलीमीटर, दीसा में 132 मिलीमीटर, देवदार में 101 मिलीमीटर और पाटन जिले के संतालपुर में 134 मिलीमीटर व राधनपुर में 125 मिलीमीटर पानी बरसा।
गुरुवार को गुजरात से टकराया था महातूफान
इस बीच, बृहस्पतिवार को बिपारजॉय के अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में जखौ बंदरगाह के पास टकराने के कारण कच्छ जिले में लगातार दो दिन तक बेहद भारी बारिश होने के बाद शनिवार को वहां वर्षा के स्तर में कमी दर्ज की गई। आईएमडी ने रविवार को उत्तरी गुजरात और दक्षिण-पश्चिम तथा उत्तर-पूर्व राजस्थान के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। वहीं,दक्षिण-पूर्व तथा उत्तर-पूर्व राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश के अधिकतर क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान है।
राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ की चेतवानी
दक्षिण राजस्थान और आसपास के उत्तरी गुजरात के क्षेत्रों में रविवार शाम को 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिनके 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक बढ़ने के भी आसार हैं। ये हवाएं सोमवार सुबह तक पूर्वी राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों की ओर बढ़ जाएंगी। बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है और कमजोर बुनियादी संरचनाओं को नुकसान पहुंच सकता है। चक्रवात ‘बिपारजॉय’ ने गुजरात के आठ तटीय जिलों को सबसे अधिक प्रभावित किया, लेकिन राज्य में किसी भी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है। अधिकारियों ने चक्रवात के मद्देनजर एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया था।