अहमदाबाद: केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के मंत्री मनसुख मांडविया ने सोमवार को युवाओं से सफल होने और वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ काम करने का आग्रह किया। मांडविया ने अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर यहां 'युवा सम्मेलन 2024' को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र द्वारा शुरू किया गया 'मेरा युवा भारत' पोर्टल युवाओं के लिए एकल खिड़की मंच बन जाएगा। इस वर्ष के अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का विषय 'क्लिक से प्रगति तक: सतत विकास के लिए युवा डिजिटल मार्ग' है, जो डिजिटलीकरण के महत्व और इस परिवर्तन में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देता है।
भारत को विकसित राष्ट्र बनाना सामूहिक जिम्मेदारी
मांडविया ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यह 140 करोड़ की आबादी वाला देश है। भारत को विकसित राष्ट्र बनाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। ऐसे में युवाओं की विशेष जिम्मेदारी है।’’ केंद्रीय मंत्री ने देश की आजादी के 100वें वर्ष, 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में युवाओं के महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार युवा पीढ़ी की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश के युवाओं के लिए अवसर पैदा करके उन्हें सशक्त बनाने का प्रयास कर रही है।
1.50 करोड़ लोगों ने 'माई भारत' पर कराया पंजीकरण
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लगभग 1.50 करोड़ लोगों ने 'माई भारत' पर अपना पंजीकरण कराया है, जो युवाओं के लिए एकल खिड़की मंच बन जाएगा। मांडविया ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘आने वाले दिनों में 'माई भारत' पोर्टल युवाओं के लिए एक ऐसा मंच बन जाएगा, जो उन्हें अपना भविष्य तय करने में मदद करेगा। यह उन्हें करियर के अवसरों, नामांकन और आवेदनों में मदद करेगा। ’’ उन्होंने कहा कि 'माई भारत' के उपयोगकर्ता राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रणालियों से जुड़ सकेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘स्वयंसेवक पांच हजार कॉलेज परिसरों का दौरा करेंगे और 'माई भारत' के बारे में प्रस्तुति देंगे तथा बताएंगे कि किस प्रकार युवाओं को इंटर्नशिप योजना और केंद्रीय बजट में घोषित अन्य पहलों से लाभ होगा।’’ (इनपुट- एजेंसी)
यह भी पढ़ें-
यूपी में नहीं थमेगी विकास की रफ्तार, सीएम योगी ने नितिन गडकरी के साथ की समीक्षा बैठक; हाइवे के निर्माण में आएगी तेजी
600 के जूते का दो दिन में उखड़ गया सोल, शख्स ने 11 साल तक केस लड़कर हासिल की जीत; दुकानदार को चुकानी पड़ी इतनी रकम