अमरेली: जिले के सुरगापारा गांव में एक बार फिर एक बच्ची के बोरवेल में गिरने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि बोरवेल करीब 45-50 फिट गहरा है। वहीं बच्ची किस तरह से बोरवेल में जा गिरी इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। मामले की जांच की जा रही है। इसके साथ ही बच्ची के बचाव के लिए रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया है। फिलहाल अभी तक बच्ची को बोरवेल से बाहर नहीं निकाला जा चुका है। रेस्क्यू अभियान को लेकर टीमें मौके पर मौजूद हैं और लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
द्वारका में भी हुआ था हादसा
बता दें कि कुछ महीने पहले देवभूमि द्वारका जिले में 30 फिट गहरे बोरवेल में गिरने से तीन साल की बच्ची की मौत हो गई थी। काफी मशक्कत के बात लड़की को बोरवेल से बाहर निकाला गया था, लेकिन बाहर निकाले जाने पर बच्ची बेहोशी की हालत में मिली। आनन-फानन में उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई और उसे बचाया नहीं जा सका।
बच्ची की हो गई थी मौत
अधिकारियों ने बताया कि बच्ची रण गांव में दोपहर करीब एक बजे खुले बोरवेल में गिर गई थी। उसे रात में करीब 9 बजकर 50 मिनट पर बेहोशी की हालत में 30 फिट गहरे बोरवेल से बाहर निकाला गया। उसे आनन-फानन में इलाज के लिए जामनगर के एक अस्पताल ले जाया गया। अधिकारियों ने बताया कि लड़की को बचाने के लिए 9 घंटे तक चले अभियान के बाद उसे बोरवेल से निकाला गया। जब बच्ची को बोरवेल से बाहर निकाला गया, उस वक्त वह जीवित थी, लेकिन बेहोशी की हालत में थी। वहीं अस्पताल के रेजिडेंट चिकित्सा अधिकारी डॉ. केतन भारती ने बताया कि जब बच्ची को इस अस्पताल में लाया गया तो उसे मृत घोषित कर दिया गया था। यह अस्पताल घटनास्थल से करीब 35 किलोमीटर दूर था।
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