छात्रों ने बनाया पाइप क्लाइंबिंग रोबोट, बोरवेल में फंसे बच्चों की करेगा मदद
सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों ने रोबोट का प्रोटोटाइप तैयार किया है, जो बोरवेल में गिरे बच्चों को बचाने में मदद करेगा।
गुजरात के अहमदाबाद के सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों ने बोरवेल में गिरे बच्चों को बचाने के लिए एक बेहतरीन तकनीक विकसित की है। इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग विभाग के 6 छात्रों ने रोबोट का प्रोटोटाइप तैयार किया है। इसमें इस्तेमाल किए गए कैमरे की मदद से बोरवेल में फंसे बच्चों को बचाने में मदद मिलेगी।
कॉलेज के प्रो. सी जी गांधी ने बताया कि छात्र यहां पर प्रोजेक्ट के जरिए सीखते हैं। एक दिन वो मेरे पास बेहतरीन आइडिया लेकर आए। उन्होंने मुझसे कहा कि अक्सर बोरवेल में कई बच्चे गिर जाते हैं और उनकी मौत भी हो जाती है। हम उनकी मदद करने के लिए पाइप क्लाइंबिंग रोबोट डेवलप करना चाहते हैं। मैंने उनके इस कदम की सराहना की और प्रोजेक्ट के लिए उन्हें गाइड किया।
कैसे काम करेगा ये तकनीक?
प्रो. ने बताया कि इस रोबोट का बेसिक फीचर बोरवेल के अंदर जाकर वाई-फाई कैमरे की मदद से बच्चे की करंट सिचुएशन बताना है। छात्र इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि हम हमेशा बोरवेल में गिरकर जान गंवाने वाले बच्चों की खबर पढ़ते और देखते हैं। बस इन्हीं सब खबरों को पढ़, देख और सुनकर हमने ये रोबोट बनाने की सोची और हमने इस तकनीक पर काम शुरू कर दिया।
रोबोट में एक वाई-फाई कैमरा लगा है जिसे दूर से कंट्रोल किया जा सकता है। इसमें आईपी कैम और कंट्रोलर का इस्तेमाल किया गया है, जिसके जरिए रियल टाइम डेटा मिलता है। यह 23 फीट की गहराई तक जाकर डाटा दे सकता है। रोबोट अभी प्रोटोटाइप मोड में है। पूरी तरह से तैयार होने के बाद इसका इस्तेमाल बोरवेल से बच्चों को बचाने के अलावा दूसरे कामों के लिए भी किया जा सकता है। इसकी मदद से गहरे पानी सप्लाई लाइनों की मरम्मत की जा सकती है। साथ ही जमीन के अंदर गैस पाइप लाइनों के रिसाव को भी रोका जा सकता है। (IANS)
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