गुजरात के पाटन जिले के धारपुर मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों दिल दहला देने वाली घटना देखने को मिली थी। दरअसल यहां मेडिकल कॉलेज में हुई रैगिंग के बाद फर्स्ट ईयर के छात्र अनिल की मौत शनिवार को हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस ने इन तमाम 15 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि छात्र की मौत के बाद जब यह मामला सामने आया तब, कॉलेज ने एंटी रैगिंग कमेटी के रिपोर्ट के आधार पर थर्ड ईयर के 15 छात्रों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी।
पुलिस ने की आरोपियों की गिरफ्तारी
दरअसल इन 15 छात्रों के ऊपर ही फर्स्ट ईयर के छात्र के साथ रैगिंग करने और मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा। इस मामले में गैर इरादतन हत्या को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसी के आधार पर सभी 15 सीनियर छात्रों की गिरफ्तारी पुलिस ने अब कर ली है। पुलिस अब आगे की जांच में जुटी हुई है। हालांकि पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला है, जिसमें यह बात सामने आई है कि अनिल को करीब 3 घंटे तक खड़ा रखने की वजह से पहले तो वह बेहोश हुआ और फिर उसकी मौत हो गई।
रैगिंग के बाद हुई मौत
पुलिस ने इस मामले में बताया कि 18 वर्षीय छात्र की मौत के पहले छात्रों ने उसके संग रैगिंग की थी। पुलिस ने कहा कि सभी आरोपी एमबीबीएस दूसरे साल के छात्र हैं। उन्होंने मृतक छात्र सहित कुछ जूनियर छात्रों को शनिवार रात तीन घंटे से अधिक समय तक हॉस्टल के कमरे में खड़ा रखा था। उन्हें मानसिक और शारीरिक यातना भी दी। पुलिस प्राथमिकी के मुताबिक, शनिवार की रात प्रथम वर्ष के छात्रों को इंट्रोडक्शन के लिए छात्रावास के एक कमरे में बुलाया गया। यहां जूनियर छात्रों को साढ़े तीन घंटे तक खड़ा रखा गया और उन्हें गाने और नाचने को बोला गया। इस दौरान उन्होंने अपशब्द बोलने और कमरे से बाहर न निकलने के लिए मजबूर किया गया। छात्रों की मानसिक और शारीरिक यातना दिए जाने के कारण अनिल की तबीयत बिगड़ गई और वह वहीं बेहोश होकर गिर गया। जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।