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गुजरात के घेला सोमनाथ मंदिर में बवाल, 'जलाभिषेक' के लिए वसूले जाने वाले शुल्क को लेकर विवाद

गुजरात के राजकोट जिले में स्थित सोमनाथ के मंदिर में जलाभिषेक के लिए शुल्क वसूले जा रहे शुल्क को लेकर विवाद है। जसदण के डिप्टी कलेक्टर ने बताया शुल्क पिछले डेढ़ महीने से लगाए जा रहे हैं। अब अचानक कुछ निहित स्वार्थ वाले लोग इस मुद्दे पर हंगामा कर रहे हैं।

 'जलाभिषेक' के लिए वसूले जाने वाले शुल्क को लेकर विवाद- India TV Hindi Image Source : FILE 'जलाभिषेक' के लिए वसूले जाने वाले शुल्क को लेकर विवाद

गुजरात में राजकोट जिले के घेला सोमनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए वसूले जा रहे शुल्क को लेकर विवाद छिड़ गया है। डिप्टी कलेक्टर व मंदिर के ट्रस्टी ने एक अधिसूचना के माध्यम से मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए प्रति व्यक्ति 351 रुपये चार्ज करने की घोषणा की है।जसदण के डिप्टी कलेक्टर और ट्रस्टी राजेश आल ने मीडिया से चर्चा में बताया, ये शुल्क पिछले डेढ़ महीने से लगाए जा रहे हैं। अब अचानक कुछ निहित स्वार्थ वाले लोग इस मुद्दे पर हंगामा कर रहे हैं क्योंकि उनमें से कुछ मंदिर के कमरों में लंबे समय से बिना किराया दिए रह रहे हैं। पूर्व पुजारी के भी अपने हित हो सकते हैं इसलिए वे ही आरोपों का विरोध कर रहे हैं।

फिर भी, ट्रस्टी आरोपों की समीक्षा करने के लिए तैयार है, और इसे कम कर सकते है। उन्होंने कहा कि एक यांत्रिक जलाभिषेक सुविधा भी स्थापित की जाएगी। अधिकारी ने यह भी कहा कि लगाए गए शुल्क का तीर्थयात्रियों या मंदिर में आने वाले भक्तों द्वारा विरोध नहीं किया गया था। शुल्क देने के बाद औसतन 8 से 10 तीर्थयात्री जलाभिषेक करते हैं।

आरोपों का बचाव करते हुए, अधिकारी ने कहा, इससे अब किसी भी भक्त की पहुंच 'गर्भगृह' तक हो सकेगी, जो पहले कठिन था। दान या इस तरह शुल्क के रूप में प्राप्त एक-एक पैसा भक्तों के लिए उपयोग किया जाता है। मंदिर ट्रस्ट के रहने की सुविधा में 60 कमरे हैं, जिसके लिए ट्रस्ट 300 से 1000 रुपये तक शुल्क लेता है।

अधिकारी ने कहा, ट्रस्ट एक रसोई घर चलाता है, जहां तीर्थयात्रियों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया जाता है। प्रतिदिन 150 से 200 भक्त लंच व डिनर का लाभ उठाते हैं। इसमें 60 गायों और बछड़ों का तबेला है। गाय का दूध भक्तों को मुफ्त में दिया जाता है। अधिकारी ने कहा कि इन सभी सुविधाओं के लिए दान और शुल्क का उपयोग किया जाता है।