राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की अगली बैठक गुजरात के भुज में होने जा रही है। यह महत्वपूर्ण बैठक 5 से 7 नवंबर के बीच होगी। आरएसएस की इस अखिल भारतीय कार्यक्रम मंडल की तीन दिवसीय बैठक में संघ के भावी एजेंडे पर चर्चा होगी। इस बैठक में 45 प्रांतों के क्षेत्र प्रचारक, प्रांत प्रचारक और उनके सह संघ चालक, सहकार्यवाह हिस्सा लेंगे। इस बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होस बाले और सभी अखिल भारतीय पदाधिकारी, सहित कार्यकारिणी के सभी सदस्य भी उपस्थित रहेंगे ,साथ ही कुछ विविध संगठन के चयनित संगठन मंत्री भी बैठक में भाग लेंगे।
गुजरात में होने जा रही संघ की बैठक
बता दें कि इस बैठक में संघ के संगठन कार्य की समीक्षा की जाएगी। साथ ही सितंबर में पुणे में संपन्न हुई अखिल भारतीय समान्य में बैठक में आए विषय तथा अभी-अभी विजयादशमी उत्सव के मोहन भागवत के उद्बोधन के मुद्दों पर चर्चा होगी। अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को हो रहे श्री राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह और उससे जुड़े देशभर के प्रस्तावित कार्यक्रम आदि विषयों पर बैठक में चर्चा होगी। बता दें कि आयोध्या में हो रहे प्राण-प्रतिष्ठान को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से निमंत्रण भी दिया गया है, जिसे पीएम मोदी ने स्वीकार कर लिया है।
राम मंदिर पर भी होगी चर्चा
हालांकि इस विषय पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। जिसपर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा है कि लोग अपनी मानसिकता के आधार पर ही बात करते हैं। संजय राउत को हर जगह केवल चुनाव दिखता है। प्राण-प्रतिष्ठा आस्था, विश्वास और भक्ति का विषय है, इसके लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा, 'इससे पहले भी पीएम मोदी ने भूमिपूजन किया था। अब जब मंदिर लगभग बनकर चुका है और इसकी प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी, तो पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है। इस आमंत्रण को पीएम ने स्वीकार किया है। यह बलिदानों के बारे में नहीं है, यह भक्ति और विश्वास के बारे में है।'