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Hindi News गुजरात PM Modi Gujarat Visit: सूरत को 3,400 करोड़ से ज्यादा की सौगात, पीएम मोदी ने कहा-श्रम का सम्मान करनेवाला शहर

PM Modi Gujarat Visit: सूरत को 3,400 करोड़ से ज्यादा की सौगात, पीएम मोदी ने कहा-श्रम का सम्मान करनेवाला शहर

PM Modi Gujarat Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-सूरत शहर लोगों की एकजुटता औऱ जनभागीदारी, दोनों का बहुत ही शानदार उदाहरण है। हिन्दुस्तान का कोई प्रदेश ऐसा नहीं होगा, जिसके लोग सूरत की धरती पर न रहते हों।

Narendra Modi, PM- India TV Hindi Image Source : TWITTER@ANI Narendra Modi, PM

Highlights

  • सूरत एकजुटता-जनभागीदारी का शानदार उदाहरण-पीएम मोदी
  • सूरत के कपड़ा और हीरा कारोबार से देशभर के अनेक परिवारों का जीवन चलता है-पीएम मोदी

PM Modi Gujarat Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) गुजरात के दो दिनों के दौरे पर हैं। आज सबसे पहले वे सूरत पहुंचे जहां उन्होंने एक रोड शो के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए सूरत को एकजुटता और जनभागीदारी का शानदार उदाहरण बताते हुए कहा कि यह श्रम का सम्मान करनेवाला शहर है। उन्होंने कहा-सूरत शहर लोगों की एकजुटता औऱ जनभागीदारी, दोनों का बहुत ही शानदार उदाहरण है। हिन्दुस्तान का कोई प्रदेश ऐसा नहीं होगा, जिसके लोग सूरत की धरती पर न रहते हों।सूरत की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये शहर श्रम का सम्मान करने वाला शहर है।

सूरत 4-P का उदाहरण-पीएम मोदी

उन्होंने कहा-इस सदी के शुरुआती दशकों में जब दुनिया में 3-P यानि पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप की चर्चा होती थी, तब मैं कहता था कि सूरत 4-P का उदाहरण है।4-P यानि people, public, private partnership यही मॉडल सूरत को विशेष बनाता है। आयुष्मान भारत योजना के तहत देश में अभी तक लगभग 4 करोड़ गरीब मरीज़ों को मुफ्त इलाज मिल चुका है। इसमें से 32 लाख से अधिक मरीज़ गुजरात के हैं और लगभग सवा लाख सूरत से हैं।

डायमंड ट्रेडिंग हब के रूप में विकसित होगा सूरत-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा-'सूरत के कपड़ा और हीरा कारोबार से देशभर के अनेक परिवारों का जीवन चलता है। DREAM City प्रोजेक्ट जब पूरा हो जाएगा तो सूरत, विश्व के सबसे सुरक्षित और सुविधाजनक डायमंड ट्रेडिंग हब के रूप में विकसित होगा।'

एयरपोर्ट के लिए हमने लंबा संघर्ष किया-पीएम मोदी

एयरपोर्ट से शहर को जोड़ने वाली सड़क जो बनी है, वो सूरत की संस्कृति, समृद्धि और आधुनिकता को दर्शाती है।लेकिन यहां अनेक साथी ऐसे हैं जिन्होंने एयरपोर्ट के लिए भी हमारे लंबे संघर्ष को देखा है, उसका हिस्सा भी रहे हैं।तब जो दिल्ली में सरकार थी, हम उनको बताते-बताते थक गए कि सूरत को एयरपोर्ट की ज़रूरत क्यों है, इस शहर का सामर्थ्य क्या है। आज देखिए, कितनी ही फ्लाइट्स यहां से चलती हैं, कितने लोग हर रोज़ यहां एयरपोर्ट पर उतरते हैं।