अहमदाबाद: गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बुधवार को दावा किया कि महामारी की दूसरी लहर के दौरान चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कमी के कारण राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। केंद्र सरकार ने एक दिन पहले राज्यसभा को बताया कि इस साल कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन के अभाव में किसी मरीज की मौत की सूचना नहीं दी है।
सरकार के इस बयान के बाद शुरू हुए विवाद के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री रूपाणी ने जूनागढ़ में संवाददाताओं से कहा, ‘‘गुजरात में ऑक्सीजन की कमी के कारण कोविड-19 के किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई। दूसरी लहर के दौरान राज्य के अस्पतालों में 8.5 लाख से ज्यादा मरीजों का उपचार हुआ। इनमें 8.25 लाख मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं।’’
रूपाणी ने कहा, ‘‘हमने कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए कई अस्पताल निर्धारित किए। एक भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत की सूचना नहीं है। हमने ऑक्सीजन की आपूर्ति के पर्याप्त इंतजाम किए थे। विपक्षी दल झूठे आरोप लगाकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।’’
कांग्रेस ने मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार पर झूठी जानकारी देकर संसद को गुमराह करने का आरोप लगाया था कि ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई थी। इससे पहले पड़ोस के मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्रियों ने भी कहा था कि ऑक्सीजन की कमी के कारण उनके राज्य में किसी मरीज की मौत नहीं हुई।
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