A
Hindi News गुजरात नौसेना जासूसी मामला: पाकिस्तान से संबंध रखने वाला व्यक्ति गुजरात के गोधरा से गिरफ्तार

नौसेना जासूसी मामला: पाकिस्तान से संबंध रखने वाला व्यक्ति गुजरात के गोधरा से गिरफ्तार

यह मामला एक अंतरराष्ट्रीय जासूसी रैकेट से संबंधित है जिसमें पाकिस्तान स्थित जासूसों ने भारतीय नौसैनिक जहाजों और पनडुब्बियों के साथ-साथ अन्य रक्षा प्रतिष्ठानों के स्थानों और आवाजाही पर संवेदनशील और वर्गीकृत जानकारी एकत्र करने के लिए भारत में एजेंटों की भर्ती की।

Navy espionage case: Man with Pak links held from Godhra by AP-Guj police- India TV Hindi Image Source : PTI गोधरा से एक व्यक्ति को भारतीय नौसेना की जासूसी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।

गोधरा: गुजरात के पंचमहल जिले के गोधरा से एक व्यक्ति को भारतीय नौसेना की जासूसी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि आंध्र प्रदेश पुलिस के खुफिया निरोधी दस्ते और गुजरात पुलिस के संयुक्त अभियान में आरोपी को गिरफ्तार किया गया। एक अधिकारी के मुताबिक जासूसी के आरोपी अल्ताफ हुसैन हारुन घांची को सोमवार देर रात आंध्र प्रदेश पुलिस और पंचमहल पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) एवं स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) की संयुक्त टीमों ने गोधरा के मोहम्मदी मोहल्ले से गिरफ्तार किया। 

पंचमहल की पुलिस अधीक्षक लीना पाटिल ने कहा कि आंध्र प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को गोधरा की एक अदालत से आरोपी का ट्रांजिट रिमांड हासिल कर लिया। पंचमहल पुलिस ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अल्ताफ हुसैन हारुन घांची की गिरफ्तारी से पहले, पुलिस ने सोमवार को गोधरा में पांच-छह अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया तथा मोबाइल फोन, सिम कार्ड और अन्य गैजेट्स को जब्त कर जांच की। 

पुलिस के मुताबिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि व्हाट्सएप अकाउंट का इस्तेमाल भारतीय नौसेना के सदस्यों को ‘हनी-ट्रैप’ करने के लिए किया जाता था। घांची 2016 में पाकिस्तान गया था, जहां वह आतंकी गतिविधियों में शामिल तत्वों के संपर्क में आया था। 

विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह मामला एक अंतरराष्ट्रीय जासूसी रैकेट से संबंधित है जिसमें पाकिस्तान स्थित जासूसों ने भारतीय नौसैनिक जहाजों और पनडुब्बियों के साथ-साथ अन्य रक्षा प्रतिष्ठानों के स्थानों और आवाजाही पर संवेदनशील और वर्गीकृत जानकारी एकत्र करने के लिए भारत में एजेंटों की भर्ती की। जांच से पता चला कि कुछ नौसेना कर्मी फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए पाकिस्तानी एजेंटों के संपर्क में आए थे।