भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने गुजरात के घने जंगलों और छोटे द्वीपों सहित 11 दूरदराज और दुर्गम स्थानों पर विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए हैं। कोई भी पात्र व्यक्ति लोकसभा चुनाव में वोट डालने से न रह जाए, इसलिए विशेष मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं। बता दें कि गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर 7 मई को एक ही चरण में मतदान होगा। निर्वाचन आयोग ने पहले ही विशेष मतदान केंद्रों को स्थापित करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा तैयार कर लिया था।
अकेले मतदाता के लिए बना मतदान केंद्र
गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आयोग द्वारा जारी की गई एक विज्ञप्ति में बताया कि संरक्षित गिर वन्यजीव अभयारण्य के अंदर स्थित बानेज ऐसा ही एक सुदूर क्षेत्र है। यहां महंत हरिदासजी एक अकेले मतदाता हैं, जो एक भगवान शिव मंदिर के पुजारी है। वह मतदान से वंचित न रहें, इसलिए यहां विशेष मतदान केंद्र स्थापित किया गया है। विज्ञप्ति के अनुसार, बानेज से निकटतम आबादी वाला क्षेत्र कई किलोमीटर दूर है। यह क्षेत्र गिर सोमनाथ जिले के अधिकार क्षेत्र में आता है तो वहीं बानेज जूनागढ़ लोकसभा सीट के अंतर्गत आता है।
जंगल के अंदर बनाया पोलिंग बूथ
इसी तरह सोमनाथ जिले के 'सैप नेस बिलिया' में भी एक विशेष मतदान केंद्र स्थापित किया गया है। यह गिर जंगल के अंदर एक छोटा सा क्षेत्र है। विज्ञप्ति में बताया गया कि साल 2007 से यहां 23 पुरुष और 19 महिला मतदाता रहते हैं। वे मतदान करने से वंचित न रहें, इस उद्देश्य से उनके लिए एक तंबू में विशेष मतदान केंद्र बनाया गया है। इसमें बताया गया कि इसी तरह, अमरेली जिले के तट से दूर एक छोटे से द्वीप शियालबेट में 5,048 मतदाताओं के लिए पांच मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। यहां के अधिकतर निवासी मछुआरे हैं। इस द्वीप का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 75.32 हेक्टेयर है और यहां 832 घर हैं। द्वीप पर नाव की मदद से पहुंचे निर्वाचन आयोग के एक दल ने बताया कि यह द्वीप मुख्य भूमि से किसी पुल या सड़क से जुड़ा नहीं है और यहां पहुंचने के लिए एक मात्र रास्ता नाव ही है।
इन जिलों में भी बनाए गए विशेष पोलिंग बूथ
विज्ञप्ति में कहा गया है कि भरूच जिले के अंतर्गत आने वाले द्वीप अलीबेट में 254 मतदाताओं के लिए भी विशेष मतदान केंद्र स्थापित किया गया है। इसमें कहा गया कि पोरबंदर में बरदा पर्वत के जंगल के अंदर सतविरदा नेस, भुखबारा नेस और खारवीरा नेस में विशेष मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। देवभूमि द्वारका जिले के करीब अरब सागर में आजाद द्वीप और जूनागढ़ जिले में एक जंगल के अंदर स्थित कंकई में भी विशेष मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
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