अहमदाबाद: गुजरात के विभिन्न हिस्सों में हुई बेमौसम बारिश के दौरान बिजली गिरने से 27 लोगों की मौत हो गई है। बारिश से घरों और खड़ी फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने बताया कि बिजली गिरने से संबंधित मौत रविवार सुबह से लेकर 24 घंटों के अंतराल में हुईं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार, गुजरात के विभिन्न हिस्सों में बेमौसम बारिश के दौरान बिजली गिरने से अब तक 27 लोगों की मौत की खबर मिली है। सबसे ज्यादा मौत दाहोद, तापी, डांग, अमरेली, सुरेंद्रनगर, बोटाद, मेहसाणा, खेड़ा, पंचमहल, साबरकांठा, अहमदाबाद, भरूच और देवभूमि द्वारका जिलों में हुईं। बिजली गिरने से जानवरों की भी मौत हुई है। तूफान और ओलावृष्टि के साथ हुई असामयिक बारिश से घरों और खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचा है जिसका आकलन किया जाएगा।
अमित शाह ने जताया दुख
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिजली गिरने से लोगों की मौत होने पर शोक व्यक्त किया और कहा कि स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा है। शाह ने रविवार रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘गुजरात के विभिन्न शहरों में खराब मौसम और बिजली गिरने से कई लोगों की मौत होने की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खोने वाले लोगों को जो अपूरणीय क्षति हुई, उसके लिए मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है।’’
राजकोट क्रिकेट स्टेडियम को नुकसान
राजकोट के क्रिकेट स्टेडियम को भारी नुकसान हुआ है। तेज हवा के कारण कई जगह टीन उड़ गए। रूफ टॉप को काफी नुकसान हुआ हैं। बरसात का असर पूरे गुजरात में दिखा। सूरत ,अहमदाबाद ,वडोदरा,कच्छ,भावनगर, बोटाद,नड़ियाद, सहित सभी जगह बारिश हुई। बोटाड में पानी के बहाव में रिक्शा बहती नजर आयी। सूरत में बरसात के कारण सड़कें सुनसान नजर आई। पशुओं की भी मौत की खबरें है।
कहर बनकर टूटी बेमौसम बरसात
वहीं अमरेली,कच्छ,बोटाड, भावनगर, साबरकांठा,बनासकांठा जिलों में लोग आसमानी बिजली का शिकार बने। महेसाणा जिले में एक व्यक्ति की मौत पेड़ के नीचे दबने के कारण हो गई। बेमौसम बरसात कहर बनकर टूटी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिन और बारिश का अनुमान जताया है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे सावधानी बरतें और समुद्री किनारों पर नहीं जाएं। समुद्री किनारों पर तेज हवाएं चलने की संभावनाएं हैं।
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