Gujarat Road Accident: गुजरात के आणंद जिले में गुरुवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। आणंद जिले के सोजित्रा तहसील के डाली गांव के पास हुए ट्रिपल एक्सीडेंट में 6 लोगों की मौत हो गई है जिसमें तीन एक ही परिवार के सदस्य हैं। कार, ऑटो रिक्शा और बाइक के बीच हुई जबरदस्त टक्कर में 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 2 लोगों ने अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं, हादसे में एक व्यक्ति घायल हुआ है जो इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती है। बता दें कि परिवार के लोग रक्षाबंधन का पर्व (Rakshabandhan) मनाकर लौट रहे थे।
मृतकों के नाम-
- यासीनभाई मोहम्मदभाई वोरा- सोजित्रा निवासी
- जानवीबेन विपुलभाई मिस्त्री- सोजित्रा के निवासी
- वीणाबेन विपुलभाई मिस्त्री- सोजित्रा की निवासी
- जियाबेन विपुलभाई मिस्त्री- सोजित्रा के निवासी
- योगेशभाई राजूभाई- बोरीअवी
- संदीप ठाकोरभाई- बोरीअवी
राखी बांधने के लिए मायके जा रही थीं महिलाएं और नदी में पलट गई नाव
वहीं, आपको बता दें कि रक्षाबंधन के दिन ही ऐसा ही एक और दर्दनाक हादसा यूपी के बांदा जिले में हुआ। यमुना नदी में नाव पलटने से 4 लोगों की जान चली गई जबकि बाकी लोगों की तलाश की जा रही है। बांदा से फतेहपुर जा रही नाव पर क्षमता से ज्यादा करीब 40 लोग सवार थे जिनमें 20 से 25 महिलाएं बताई जा रही हैं। ये महिलाएं रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए मायके जा रही थीं। यमुना में बैलेंस बिगड़ने से यात्रियों से भरी नाव पलट गई जिसमें करीब 2 दर्जन लोगों के डूबने की खबर आ रही है। राहत और बचाव का काम चल रहा है। यमुना में गोताखोर भी उतारे गए हैं, साथ ही बोट पर कितने लोग सवार थे इसकी जांच की जा रही है।
अपनों की तलाश में बिलखते रहे लोग
पुलिस ने बताया कि रक्षाबंधन पर्व पर समगरा गांव से महिलाएं और लोग बांदा जिले के मरका थाना क्षेत्र के यमुना घाट पर पहुंचे थे। यमुना घाट से दोपहर को करीब 40 लोगों से भरी एक नाव फतेहपुर जिले के जरौली घाट जा रही, तभी बीच जलधारा में तेज हवा का झोंका आने से नाव डगमगा कर पलट गई। अब तक चार लोगों के शव नदी से निकाले जा चुके हैं, जिनकी शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। करीब आठ लोग तैरकर बाहर आ गए जबकि 2 दर्जन से ज्यादा लापता हैं। गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश की जा रही है। नाव डूबने की खबर मिलते ही आसपास के गांवों के लोगों की भीड़ घाट पर पहुंच गई। उन सबकी निगाहें उफनाती यमुना नदी पर टिकी रहीं। अपनों की तलाश में पहुंचे लोग बिलखते रहे।